कांग्रेस से सिर्फ दिलासे अब भाजपा देगी पेंशन

कुल्लू— हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच की बैठक  बस स्टैंड कुल्लू में हुई। बैठक की अध्यक्षता मंच के प्रदेश प्रवक्ता एवं प्रधान कुल्लू शाखा सुरेंद्र कुमार सूद ने की। बैठक में परिवहन पेंशनरों ने भाजपा की सरकार बनने पर प्रदेश नेतृत्व और केंद्र नेतृत्व को बधाई दी। वहीं, उम्मीद जताई कि परिवहन पेंशनरों के लंबित सभी प्रकार के वित्तीय लाभ समय पर मिलेंगे तथा परिवहन पेंशनरों की पेंशन की समस्या का जल्द समाधान होगा। पेंशनरों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से पेंशनरों की लंबित समस्याओं के लिए बजट का प्रावधान करने की मांग रखी है। पेंशनरों का कहना कि पिछली सरकार ने पेंशनरों को आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं दिया है, जिसका खमियाजा पेंशनरों को भुगतना पड़ रहा है। पेंशनरों ने विरोध में मतदान करके पिछली सरकार को सत्ता से बाहर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पेंशनरों ने मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री से दिसंबर माह की पेंशन जल्द रिलीज करने का आग्रह किया है, ताकि परिवारों का पालन पोषण सही ढंग से हो सके। इसके अतिरिक्त परिवहन पेंशनरों का 24 प्रतिशत महंगाई भत्ता तथा नौ प्रतिशत अंतरिम राहत देने के साथ एक वर्ष से मेडिकल बिलों का भुगतान करने की भी सरकार से गुहार लगाई है।

 हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के प्रदेश प्रवक्ता एवं कुल्लू के प्रधान सुरेंद्र कुमार सूद ने बताया कि जो कर्मचारी 2015-16 में सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें अभी तक उनकी ग्रेच्युटी लीव इन कैशमेंट का भुगतान नहीं हुआ है। जो वर्ष 2017 में सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें अभी तक पेंशन भी नहीं लगी है। परिवहन पेंशनरों को 65-70-75 वर्ष की आयु पूरा करने पर 5-10-15 प्रतिशत के लाभ से वंचित रखा गया है, जो कि उनके साथ अन्याय है। परिवहन पेंशनरों के विभिन्न प्रकार के बने एरियरों का भी भुगतना नहीं हो रहा है। पेंशनरों ने प्रदेश सरकार ने सभी लंबित पड़ी मांगों को पूर्ण करने की उम्मीद जताई है। इस बैठक में कृष्ण लाल, जीत राम, ज्ञान चंद, सुखदास, छापे राम, वीरेंद्र कुमार, चंद्र लाल, यशपाल, उदम सिंह, ज्ञान चंद, शकुंतला देवी, सुशील, कलावती, मांचली देवी, गंगा राम, मोती राम, भोला राम, दीना नाथ, चेत राम, मिलाप चंद, विशेष कुमार, चमारू राम, नारायण दास, टिकम राम, ठाकुर देव, हरमिंद्र सिंह, यशपाल सिंह, उत्तम चंद, नरेश कुमार आदि कई पेंशनरों ने भाग लिया।