क्यों चली गोली, जांच में जुटी सीआईडी
ढेरोवाल पुलिस फायरिंग केस की सच्चाई आएगी बाहर, मंडी के युवक की हुई थी मौत
बीबीएन— ढेरोवाल पुलिस फायरिंग में मंडी निवासी की मौत के मामले में सीआईडी ने जांच तेज कर दी है। इसी कड़ी में मंगलवार को ब्लास्टिक एक्सपर्ट, फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ सीआईडी की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना की रात किन हालातों में पुलिस ने फायरिंग की उसकी पड़ताल के लिए क्राइम सीन क्रिएट किया गया। इस दौरान मामले में गवाह के तौर पर घटना के चश्मदीद मंडी निवासी युवक को भी विशेष तौर पर तलब किया गया था। इस मामले में सीआईडी पड़ताल कर रही है कि गोली दुर्घटनावश चली या फिर जानबूझ कर चलाई गई। क्योंकि पुलिस का तर्क है कि कार सवार आरोपियों ने उन्हें कुचलने की कोशिश की, इसी दौरान गोली चली। बताते चलें कि नालागढ़ के ढेरोवाल में लुटेरों पर फायरिंग करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ मृतक के परिजनों की शिकायत पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है। इसी कड़ी में सीआईडी क्राइम के एसपी संदीप धवल, स्टेट फोरेंसिक लैब जुन्गा के डायरेक्टर अरुण शर्मा ,ब्लास्टिक एक्सपर्ट पटियाल ने मंगलवार को घटनास्थल का दौरा किया और गैर इरादतन हत्या के मामले में आरोपी पुलिस कर्मी को साथ लेकर दोबारा क्राइम सीन क्रिएट किया, ताकि यह पता चल सके कि गोली चलाने की नौबत क्यों आई । इस दौरान घटना की रात आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई आल्टो कार को भी मौके पर लाया गया और हथियार के साथ दोबारा उस घटनाक्रम को क्रिएट किया। यहां उल्लेख्यनीय है कि पहली सितंबर की रात को चौकीवाला स्थित एचडीएफसी की एटीएम को लूटने का प्रयास किया गया था, मंडी से आल्टो कार में सवार होकर आए पांच लुटेरों ने एटीएम को उखाड़ लिया था। इसी बीच ढेरोवाल बैरियर पर उनकी पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई और इस दौरान पुलिस फायरिंग में कार सवार एक युवक कमलकांत उर्फ सागर निवासी मंड़ी की मौत हो गई,जबकि एक अन्य घायल हो गया और 3 लुटेरे भागने में कामयाब रहे थे। मृतक के परिजनों की शिकायत के बाद 14 सितंबर को ढेरोवाल पुलिस पोस्ट पर तैनात पुलिस जवान के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसकी जांच सीआईडी कर रही है।
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