घासनियां-सेब के बागीचे स्वाह
कलाहर, कड़ेड़, सनाउ व देवगढ़ में लाखों का नुकसान
ठियोग— प्रदेश में जारी सूखे के चलते इन दिनों ऊपरी शिमला के जंगलों में लगने वाली आग का सिलसिला जारी है। ठियोग की क्यार पंचायत के कलाहर, कड़ेड़, सनाउ आदि के साथ जंगल में फैली आग के कारण कई लोगों की घासनियां जलकर राख हो गई, जबकि कुछ लोगों की घास की टोलियां व सेब के बागीचे राख हो गए। कोटखाई की देवगढ़ पंचायत में भी बुधवार देर शाम लगी आग के कारण घास की टोलियां , सेब के पौधे व कई-कई बीघा घासनियां जलकर राख हो गई। इस घटना में काफी अधिक नुकसान हुआ है। यहां पर 80 के करीब घास की टोलियां व कई सेब के पौधों को नुकसान हुआ है, जबकि क्यार पंचायत के कई गांव के साथ शील के जंगल में फैली भयंकर आग को लेकर पंचायत के मेंबर कपिल शर्मा ने बताया कि आग कलाहर के साथ पहले एक खेत से शुरू हुई, जिसके बाद यहां से छूटने के बाद यह आग पूरे शील के जंगल में फैल गई, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान कड़ेड़ गांव में हुआ है, जहां पर राजेश शर्मा के कई बीघा घास की टोलियां व सेब के पौधे जलकर राख हो गए। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए वह खुद भी मौके पर थे, जबकि इसके अलावा कड़ेड़ के लोगों के अलावा बांदली से निवड़ी, सांबर, सनाउ, कोंबूल आदि से करीब 30 लोग आग पर काबू पाने के लिए मौके पर थे। यहां पर सड़क सुविधा उपलब्ध न होने के कारण फायर ब्रिगेड को भी नहीं बुलाया जा सका। क्यार पंचायत प्रधान सुशीला शर्मा ने प्रशासन से मांग की है कि प्रभावितों के परिवारों का नुकसान का आकलन करके उचित मुआवजा दिया जाए और साथ ही सेब के जले हुए पौधों का जायजा लिया जाए। उधर देवगढ़ पंचायत के ब्यौण गांव में लगी आग से 80 के करीब घास की टोलियों का जो नुकसान हुआ है,उससे अब गांव में पशुचारे को लेकर लोगों को दिक्कतें पेश आ रही आएंगी। पंचायत प्रधान रामानंद शर्मा ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि गांव तक आग पहुंची है, क्योंकि इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इस दौरान ब्यौण गांव में कई लोगों के शैड को नुकसान हुआ, जबकि आग के कारण कई घरों, जिनमें कृष्णानंद, देवीराम, मोहनलाल आदि के घरों को बड़ी मशक्कत के बाद बचाया जा सका।
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