पानी में जहर के नाम से खौफ में कुड़साई

घुमारवीं— उपमंडल की बडोटा पंचायत की कुड़साई गांव के पेयजल टैंक में जहर मिलने के दूसरे दिन भी लोग खौफ में हैं। गांवों के लोगों को पानी के नाम से ही घबराहट हो रही है तथा सदमे में हैं। मामले के दूसरे दिन भी क्षेत्र में सारा दिन पानी के टैंक में जहर की ही चर्चा रही तथा लोग सदमे में हैं। बिलासपुर में पहली बार हुई ऐसी वारदात से लोग सहमे हुए हैं तथा ऐसे जहरमैन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आईपीएच विभाग ने पानी के टैंक से दूसरे दिन भी सप्लाई बंद रखी। गुरुवार को भी टैंक धोया गया तथा क्लोरीनेशन करने के बाद उसे फ्रेश आउट किया गया, लेकिन आईपीएच विभाग टैंक से तब तक पानी की सप्लाई बंद रखेगा, जब तक पानी का सैंपल ओके न हो जाए। लिहाजा, आईपीएच विभाग शुक्रवार को दोबारा पानी के सैंपल लेगा। उसके बाद उन्हें लैबोरेटरी में टेस्ट किया जाएगा। लैबोरेटरी में सैंपलिंग टेस्ट ओके होने के बाद ही लोगों को पानी दिया जाएगा। मामले को पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन पुलिस के दूसरे दिन भी हाथ खाली होने से लोग मायूस हैं। लोगों को यह नहीं सूझ रहा है कि इतनी बड़ी हरकत कौन व्यक्ति कर सकता है या फिर गांवों वालों ने किसका क्या बिगाड़ा है, जो कि गांवों के लोगों को जहरीला पानी पिलाना चाहता है। लिहाजा, लोगों के मन में आ रहे सभी सवालों का जवाब तभी मिलेगा, जब मामला किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी होगी। उसके बाद ही अनसुलझे सवालों के जवाब मिल पाएंगे, लेकिन इतनी बड़ी बात होने से क्षेत्र के लोग सदमे में है। विदित रहे कि पंचायत बरोटा के कुड़साई गांव में अज्ञात लोगों ने पीने के पानी में जहर मिला दिया था। समाचार फैलने के बाद हरकत में आए प्रशासन तथा पुलिस व विभाग ने करीब 17 हजार लीटर पानी का भंडारण करने वाले टैंक तत्काल खाली किया। हालांकि वार्ड मेंबर शकुंतला देवी की चौकसी के कारण यहां बड़ा हादसा होने से बच गया, लेकिन मामले से लोग अभी भी सदमे में हैं। डीएसपी राजेश शर्मा ने खबर की पुष्टि की है।

सैंपल सही होने के बाद देंगे पानी

आईपीएच विभाग के एक्सईएन अरविंद सूद का कहना है कि टैंक में पानी भरकर उसकी क्लोरीनेशन करके बार-बार धोया जा रहा है। लैब में पानी का सैंपल ओके होने के बाद ही टैंक से पानी छोड़ा जाएगा। शुक्रवार को लैब में पानी के सैंपल लिए जाएंगे।