पीलिया-स्क्रब टायफस पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

प्रदेश भर के सीएमओ ने अधिकारियों को स्थिति से निपटने के दिए निर्देश

शिमला— हिमाचल प्रदेश में मौसम की बेरुखी बीमारियों को न्योता दे रही है। गत कुछ हफ्तों से प्रदेश में बारिश व बर्फबारी नहीं हो पाई है। इसकी वजह से प्रदेश में पीलिया व स्क्रब टायफस के फैलने का खतरा फैल गया है। कुछ दिन पहले भी शिमला के आईजीएमसी में सुंदरनगर की एक महिला की पीलिया के कारण मौत हो चुकी है। वहीं जानकारी के अनुसार पीलिया के मामले आने से स्वास्थ्य महकमे में भी हड़कंप मच गया है। प्रदेश के हर जिला के जोनल अस्पतालों में रोजाना पीलिया के टेस्ट किए जा रहे हैं। जिलों के सभी सीएमओ ने अस्पताल के अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं कि शाम तक उनके कार्यालय तक रिपोर्ट भेजें कि कितने मामले पीलिया से जुड़े हुए आए व कितने टेस्ट हेपेटाइटिस-ई व हेपेटाइटिस-ए के चैक किए और कितने मामले पॉजिटिव आए। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में पीलिया के दो मामले अभी भी पॉजिटिव हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन के अनुसार दोनों की हालत अभी ठीक बताई जा रही है। प्रदेश में बारिश न होने के चलते प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लगे हैं। पानी के स्रोतों में थोड़ा पानी एकत्रित हो गया है। पानी का बहाव रुक जाने के कारण जीवाणु पानी में ठहरने लगे हैं, जिस वजह से पानी दूषित हो रहा है। इसके साथ ही कई तरह की जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले भी दर्जनों मौतें पीलिया के कारण हो चुकी हैं।

खुद रखें अपनी सेहत का ध्यान

भले ही स्वास्थ्य विभाग ने जलजनित रोगों के इलाज के लिए अपनी ओर से पूरी तैयारियां करने का दावा किया है। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें और पानी उबाल कर पिएं। स्वास्थ्य अधिकारियोें का कहना है कि अगर बुखार, कमजोरी, भूख न लगना व कंपन होना इस तरह की कोई शिकायत हो, तो तुरंत डाक्टर से जांच करवाएं।

हेपेटाइटिस के मामले

प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से हेपेटाइटिस-ए व हेपेटाइटिस-ई के मामले हाल ही में सामने आने शुरू हुए हैं। पहली से 16 जनवरी तक दोनों तरह के कुल पांच मामले सामने आए हैं। यह मामले कई दिनों से लगातार सूखे की स्थिति बने रहने से, पानी की कमी एवं दूषित होने से सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने ने कहा कि हेपेटाइटिस वायरस मनुष्य के जिगर को प्रभावित करता है, जो आमतौर पर पीलिया के रूप में जाना जाता है। हेपेटाइटिस वायरस द्वारा महामारी फैलने की संभावना बनी रहती है। यह दूषित पानी के पीने तथा दूषित खाना खाने से फैलता है। उन्होंने सभी लोगों से अपील है कि आसपास के पानी के स्रोतों को साफ रखें। व खुले में शौच न करें।