पेयजल टैंक में जहर मामले की जांच शुरू

डंगारचौक – बरोटा ग्राम पंचायत के तहत कुड़साई गांव में पेयजल भंडारण टैंक में जहरीली वस्तु मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने, जहां जांच शुरू कर दी है तो वहीं, इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग ने गुरुवार को कुड़साई का दौरा किया और पेयजल भंडारण टैंक का जायजा लिया। इस मौके पर विधायक ने आईपीएच विभाग के अधिकारियों को पेयजल टैंक की पूरी तरह से साफ-सफाई के निर्देश जारी किए, जबकि जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया। राजेंद्र गर्ग ने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ बीएल डोगरा को निर्देश दिए कि पानी के टैंक को पूरी तरह से जल्द साफ  करवाया जाए, जब तक आपको पूरी तसल्ली न हो, तब तक पानी की सप्लाई न दी जाए। विधायक राजेंद्र गर्ग ने विभाग को ये भी निर्देश दिए कि वाटर वार्ड हर रोज पानी के टैंक को पूरी तरह से चैक करे तभी गांव के लोगों को पानी की सप्लाई करें। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग पानी के टैंक को कांटेदार तार की बाड़ भी जल्द लगवाई जाए, ताकि इस प्रकार की परिस्थितियां दोबारा पैदा न हो सके। यही नहीं, उन्होंने विभाग को  निर्देश दिए कि विभाग शीघ्र पानी के टैंक को अच्छी क्वालिटी का ताला लगवा कर ढक्कन बंद करे। ऐसी लापरवाही दोबारा न हो अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि पानी के टैंक में जहर डालने के बाद लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। उधर, कुड़साई गांव के लोगों हंसराज, हेमराज, सीता राम, सोनू, कर्म सिंह, प्रताप व वार्ड मेंबर शकुंतला देवी, बरोटा पंचायत की प्रधान सुनीता देवी व उपप्रधान नवीन कुमार ने विधायक राजेंद्र गर्ग से मांग की है कि पुलिस  विभाग को निर्देश दिए जाएं कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाए और इस तरह की हरकत करने वाले दोषी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे धकेला जाए, जिस पर राजेंद्र गर्ग ने आश्वस्त किया कि जल्द ही पुलिस को निर्देश जारी कर इस मामले की इन्क्वायरी कर दोषी को पकड़ने के लिए कहा जाएगा। क्योंकि यह मामला बेहद गंभीर है। यदि समय रहते पता नहीं चलता तो किसी बड़ी अनहोनी की संभावना को नकारा नहीं जा सकता था।

प्रयोगशाला भेजे पानी के सैंपल

सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिशाषी अभियंता घुमारवीं अरविंद सूद ने कहा कि हमने पानी के सेंपल ले लिए हैं। उनको प्रयोगशाला में भेजेंगे। वहां से रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही पता चलेगा कि शातिर दिमाग वाले ने पेयजल टैंक में कौन सा जहरीला पदार्थ डाला था। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे विभाग का सहयोग करें तभी विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करवा सकेगा। लोग इस तरह की हरकतें करने वालों पर पैनी नजर रखें।