प्रो. झारटा की वापसी पर फैसला आज

एचपीयू कार्यकारिणी परिषद की बैठक में लंबित मामलों पर लगेगी मुहर

शिमला — प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद की बैठक सोमवार को विश्वविद्यालय में आयोजित होगी। इस बैठक में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के अध्यक्ष पद पर नियुक्त प्रो. मोहन झारटा की विवि वापसी पर फैसला हो सकता है। प्रो. झारटा को विवि कुलपति अपने अधिकारों का प्रयोग कर विवि के प्रोफेसर पद पर वापस लाने का बड़ा फैसला तीन माह बाद होने वाली विवि कार्यकारिणी परिषद की बैठक में ले सकते हैं। प्रो. झारटा को पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के अध्यक्ष पद  पर नियुक्ति दी गई थी। अब प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद इनकी विवि के प्रोफेसर पद पर वापसी की चर्चा तेज हो गई है। जानकारी के तहत इस पर फैसला विवि कार्यकारिणी परिषद की बैठक में हो सकता है। प्रो. मोहन झारटा विवि में समाज कार्य और समाज शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर तैनात हैं। वह विवि से अवकाश लेकर अध्यक्ष पद पर सेवाएं  दे रहे हैं। अगर इन्हें कुलपति द्वारा वापस बुलाने का निर्णय लिया जाता है, तो विवि के समाज कार्य और समाज शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर इनकी वापसी होगी। तीन माह बाद बैठक विवि में हो रही है, ऐसे में कई लंबित फैसलों पर भी इस बैठक में फैसला होगा। मनोविज्ञान विभाग में एक तैनाती और गैर शिक्षक की तैनाती के साथ ही अन्य अहम मामलों पर बैठक बुलाई गई है।  हालांकि जो सदस्य विवि की इस कार्यकारिणी परिषद में पूर्व सरकार की ओर से शामिल किए गए हैं, उन्हें हटाने के के बाद नए सदस्य तय न होने के चलते इनके बिना ही  यह बैठक की जाएगी। विवि की इस सर्वोच्च संस्था में न तो गवर्नर के और न ही सरकार द्वारा चुने जाने वाले नुमाइंदे शामिल हैं।

अक्तूबर में हुई थी लास्ट मीटिंग

एचपीयू कार्यकारिणी परिषद में विवि के सदस्यों के साथ ही दो सदस्य प्रदेश राज्यपाल की ओर से और दो सदस्य सरकार की ओर से शामिल किए जाते हैं, जिन्हें चुनने की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं की गई है। विवि ने कोरम पूरा किए बिना इन सदस्यों के ही बैठक सोमवार को तय कर ली है। अंतिम कार्यकारिणी परिषद की बैठक एचपीयू में अक्तूबर माह में बुलाई गई थी। अब सोमवार को होने वाली बैठक में अहम फैसलों पर चर्चा के बाद अंतिम मुहर लग सकती है।