फरवरी से तीनों एयरपोर्ट पर डेक्कन की उड़ानें

कांगड़ा, भुंतर और शिमला हवाई अड्डे पर लैंड करेगा विमान, पूर्वोत्तर राज्यों में शुरू हुई सेवा

शिमला— हिमाचल के तीनों एयरपोर्ट्स पर जल्द डेक्कन एयरवेज की उड़ानें देखने को मिलेंगी। कंपनी इसी महीने पूर्वोत्तर राज्यों में यह सुविधा देने जा रही है, जिसके बाद हिमाचल में भी फरवरी महीने में इसकी उड़ानें उपलब्ध होंगी। बताया जाता है कि कंपनी ने इस बाबत तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। पिछले एक वर्ष से डेक्कन एयरलायंस की सस्ती व नियमित उड़ानें शुरू करने के ऐलान हो रहे थे। अब यह योजना सिरे चढ़ने जा रही है। शिमला, भुंतर व गगल के लिए ये उड़ानें दिल्ली से उपलब्ध रहेंगी। डेक्कन एयरवेज के आने से हिमाचल के लिए उड़ानों की संख्या भी बढ़ सकती है। सबसे ज्यादा फायदा शिमला एयरपोर्ट को होगा। शिमला एयरपोर्ट के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था, जिसके बाद यहां लंबे अरसे के बाद नियमित उड़ानें शुरू हुई हैं। हालांकि यहां अभी एलायंस एयरवेज की ही उड़ानें उपलब्ध हैं।  इस एयरपोर्ट की लंबाई को बढ़ाया जा चुका है। जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे के रन-वे की लंबाई 1164 मीटर थी। इसे करीब 300 मीटर तक बढ़ा दिया गया है, जबकि चौड़ाई 30 मीटर है। हवाई पट्टी के विस्तार के साथ-साथ एयरपोर्ट में आधारभूत ढांचे को मजबूत किया गया है। अभी तक जुब्बड़हट्टी स्थित हवाई पट्टी पर 40 सीटर विमान ही उतरता था। अब एयर इंडिया से जुड़े एलायंस एयरलाइन ने यहां जो सर्वेक्षण किया था, उसके तहत एटीआर-72 व एटीआर-42 सीटर विमानों को उतारा जा सकता है।

नाम का 42 सीटर विमान

कहने को यहां एटीआर-42 उतरता है, मगर इसमें 35 सवारियां ही दिल्ली से शिमला आती हैं। जाती बार तो विमान में 15 से 18 के पैसेंजर ही बैठ पाते हैं।

सस्ती टिकटों में भी कटौती

प्रधानमंत्री जब शिमला आए थे तो उन्होंने हवाई चप्पल पहनने वालों के लिए भी सस्ती सुविधा जुटाने का ऐलान किया था, मगर सूत्रों का कहना है कि अब आती बार 24 सीटों में से सस्ती सीटों की संख्या 18 कर दी गई है और जाती बार 15 में से नौ सीटें ही सस्ती होंगी। जिनका किराया 2200 रुपए के लगभग होगा। शेष सीटों का किराया 7000 से 15000 तक निर्धारित किया गया है।