बल्यूट सभा में डेढ़ करोड़ का गबन

कृषि सहकारी समिति के ऑडिट में हुआ खुलासा, आरोपी सचिव फरार

हमीरपुर — बल्यूट सहकारी सभा में सचिव ने सेंधमारी कर डेढ़ करोड़ हड़प लिए हैं। सहकारी सभा के कुल 885 खाताधारकों की इस राशि को डकारने के बाद आरोपी सचिव फरार हो गया है। यह खुलासा बल्यूट कृषि सहकारी सभा की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ है। अढ़ाई सौ पन्नों की ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि सचिव ने अपने परिवार और नजदीकी रिश्तेदारों के नाम पर 66 लाख के फर्जी लोन दिखाए हैं। सोसायटी की कैशबुक में हेराफेरी कर 15 लाख 86 हजार हजम किए हैं। खाता धारकों की 16 लाख की एफडी को भी चपत लगा दी है। कागजों में फर्जी एफडी दिखाकर इसके बदले 46 लाख के जाली लोन हड़पे हैं। सभा के सदस्यों के खातों से एक लाख 30 हजार की नेगेटिव विद्ड्राल दिखाकर राशि ऐंठी गई है। इस तरह से  एक करोड़ 45 लाख की राशि को हजम करने के बाद सचिव फरार हो गया है। इस मामले को लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसके अलावा पंजीयक सहकारी सभाएं ने इस घोटाले को लेकर विभागीय जांच भी बिठा दी है। इस फर्जीबाड़े को लेकर बुधवार को बल्यूट सहकारी सभा के सदस्य डीसी हमीरपुर से भी मिले हैं और हड़पी गई राशि की रिकवरी की गुहार लगाई है। सूचना के अनुसार बल्यूट कृषि सहकारी सभा के 468 सदस्य हैं। इसके अलावा 317 गैर सरकारी सदस्य शामिल किए गए हैं। कुल 885 खाता धारकों वाली बल्यूट कृषि सहकारी सभा के खाते में छह करोड़ 63 लाख जमा हैं। इनमें से एक करोड़ 45 लाख को सहकारी सभा के सचिव ने चपत लगा दी है। ऑडिट रिपोर्ट में कहा है कि आरोपी सचिव1992 से सहकारी सभा में तैनात था। कुछ समय बाद उसने सोसायटी के पैसों से अपना निजी कारोबार तरक्वाड़ी से लेकर सुजानपुर तक फैला दिया। सोसायटी में नियमों के विरुद्ध सहायक सचिव नियुक्त कर दिया। नियमों के अनुसार सहकारी सभा में सचिव ही अधिकारिक रूप से जवाबदेह होता है। बावजूद इसके आरोपी ने मुकेश कुमार को अप्रैल, 2008 में तीन हजार रुपए के वेतन पर सहायक सचिव नियुक्त कर दिया। इसके बाद उसे 300 रुपए प्रतिदिन मेहनताना दिया गया। मुकेश कुमार ने माना है कि उसने सचिव  के कहने पर सारा रिकार्ड मैंटेन किया था, जिसमें फर्जीबाड़ा हुआ है। खबर की पुष्टि  हमीरपुर के कार्यवाहक सहायक पंजीयक नरेंद्र शर्मा ने की है।