बिना रिफ्लेक्टर दौड़ रही गाडि़यां

गुरदासपुर – इन दिनों धुंध से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शाम ढलते ही सड़कों पर परेशानी बढ़ जाती है और सुबह 11 बजे तक स्थिति सामान्य नहीं होती। ऐसे में बिना रिफ्लेक्टर दौड़ रहे वाहन हादसों को न्योता दे रहे हैं। प्रशासन भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। विभाग ने अभी तक रिफ्लेक्टर लगाने का कार्य तेजी से शुरू नहीं किया है। धुंध शुरू होने से पहले रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से रिफ्लेक्टर लगाने का अभियान चलाया जाता है, लेकिन इस वर्ष सोसायटी ने यह अभियान शुरू नहीं किया। यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने का जिम्मा ट्रैफिक पुलिस का है, लेकिन पुलिस अधिकारियों के सामने प्रतिदिन ऐसे वाहन गुजरते हैं, जिनकी बैक लाइट नहीं होती और न ही रिफ्लेक्टर। शहर में ईंट, मिट्टी, रेत और बजरी की ढुलाई करने वाले वाहन ज्यादातर खस्ताहाल होते हैं। इसलिए तकनीकी खराबी होने के कारण यह अकसर सड़कों के बीचोबीच खड़े दिखाई देते हैं।  स्थानीय लोगों अमरजीत सिंह, तरसेम शर्मा, भूपिंद्र सिंह व रमन कुमार का कहना है कि वे हर रोज कार से गुरदासपुर जाते हैं। नेशनल हाई-वे पठानकोट-अमृतसर पर वाहनों का आवागमन इतना ज्यादा होता है कि किसी वाहन को ओवरटेक करना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। ट्रैफिक प्रभारी अजय कुमार का कहना है कि धुंध को देखते हुए वाहनों पर रिफ्लेक्टर होना जरूरी है। वाहन चालकों को रिफ्लेक्टर लगवाना चाहिए। रिफ्लेक्टर न होने की स्थिति में वाहनों के चालान किए जाएंगे।