मकर संक्रांति को खुलेंगे कपाट

भुंतर – दो दिन बाद आरंभ होने वाले माघ माह के आगाज के साथ देव प्रवास को निकले देवता धरती लोक पर वापस आने का सिलसिला भी आरंभ हो जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार माघ संक्रांति को जिला भर के सैकड़ों देवालयों के कपाट खुलने जा रहे हैं। घाटी के लोग व हारियान इस मौके पर अपने-अपने आराध्य देवी-देवताओं के दर्शन कर सकेंगे और  आशीर्वाद ले सकेंगे। इस मौके पर देवालयों में भीड़ उमड़ने  वाली है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते ही माघ मास का श्रीगणेश होता है। इस शुभ वेला समय व दिन से मकर संक्रांति का आगाज होता है। इसी मास के आरंभ से कई शुभ व मंगल कामों का भी श्रीगणेश होता है। यह परंपरा काफी पुरानी है। जिला के लोग करीब एक महीने के बाद अपने आराध्य देव के दर्शन पाते हैं। हालांकि कई स्थानों पर मकर संक्रांति के दिन कुछ देर के लिए देवी-देवताओं के कपाट खोले जाते हैं, फिर पुन कपाट अर्थात लालवस्त्रों में ढक दिए जाते हैं। फाल्गुन मास के आरंभ दिन को पूरी तरह से खोल दिए जाते हैं। कपाट खुलने के बाद हारियान अपने-अपने देवी-देवताओं का आशीर्वाद ले सकेंगे। घाटी के देव समाज के कारकूनों मेहर सिंह, दिले राम कहते हैं कि माघ संक्रांति के बाद देवी-देवताओं के कपाट खुलने लगते हैं और देवताओं की स्वर्ग प्रवास से वापसी भी होती है।