पांवटा साहिब – आज ग्रामीण परिवेश में जहां ज्यादातर आंगनबाड़ी केंद्रों को अपने भवन तक नसीब नहीं हुए हैं, वहीं गिरिपार क्षेत्र के माटला गांव का आंगनबाड़ी केंद्र क्षेत्र के लिए मिसाल बना हुआ है। इतना सुंदर किसी का घर भी नहीं होता, जितना सुंदर व स्वच्छ माटला का आंगनबाड़ी केंद्र है। यहां के आंगनबाड़ी केंद्र में टाइलें लगी हुई हैं। आधुनिक स्वच्छ रसोई है। सीखने के लिए सुंदर पेंटिंग, खिलौने और अन्य सामग्री उपलब्ध है। यहां की कार्यकर्ता कांता देवी ने आंगनबाड़ी केंद्र की शोभा बढ़ाने के लिए हर व्यवस्था करवाई हुई है। जानकारी के मुताबिक केंद्र के भवन बनाने के लिए सरकारी बजट स्वीकृत हुआ। बजट तो स्वीकृत हो गया, लेकिन भूमि की उपलब्धता के कारण चिंता बन गई। फिर गांव के ईएसआई में मेडिकल कमीशनर के पद से सेवानिवृत्त डा. एसआर चौहान और उनकी पत्नी हरमिंद्र चौहान ने अपनी निजी भूमि भवन बनाने के लिए दान दी। साथ ही भवन को सुंदर बनाने के लिए राशि भी प्रदान की। यहां पर बच्चे वॉल पेंटिंग से शिक्षा ग्रहण करते हैं। बच्चों को अच्छे खिलौने मिलते हैं और खाना भी साफ व स्वच्छ रसोई में पका हुआ मिलता है। हाल ही में डा. चौहान ने केंद्र के बच्चों को गर्म कपड़े भी वितरित किए। क्षेत्र के समाजसेवी कुंदन सिंह शास्त्री बतातें हैं कि इस प्रकार का आंगनबाड़ी केंद्र क्षेत्र के लिए एक मिसाल है। यदि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का अपने गांव से ऐसा ही भावनात्मक जुड़ाव बने, तो गांव को आदर्श बनाने में देर नहीं लगेगी।