यूजीसी-नेट में तीन नहीं, दो ही होंगे पेपर

शिमला  – केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आठ जुलाई को करवाई जा रही यूजीसी-नेट की परीक्षा में इस बार पैटर्न में भी बदलाव किया जा रहा है। पहले जहां इस परीक्षा के लिए सीबीएसई की ओर से तीन पेपर करवाएं जाते थे, वहीं अब इसके लिए दो पेपर ही इस बार करवाए जा रहे हैं। कालेज और यूनिवर्सिटी स्तर पर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की तैयारी में जुटे हजारों युवाओं के लिए यह राहत भरी खबर है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा यह परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अनिवार्य  पात्रता के रूप में देश भर में करवाई जाती है। इस बार वर्ष 2018 की परीक्षा के लिए न केवल जेआरएफ के लिए आवेदकों को आयु में छूट प्रदान की गई है, बल्कि इसके लिए सिलेबस और परीक्षा के समय में बड़ा बदलाव किया है। जानकारी अनुसार आठ जुलाई को होने वाली परीक्षा में पहली बार यूजीसी-नेट का नया पैटर्न लागू होगा। इसे लेकर पूरी स्थिति आवेदकों को सीबीएसई की ओर से जारी की जाने वाली अधिसूचना में ही स्पष्ट होगी। नए पैटर्न में छात्रों को सिर्फ दो पेपर देने होंगे। पहले के परीक्षा पैटर्न में तीन पेपर करवाए जाते हैं, जिसमें पहला पेपर जनरल और अन्य दो पेपर सब्जेक्टिव होते थे। पहले तीनों पेपर में 175 सवाल पूछे जाते थे, इसमें  पहला और दूसरा पेपर 50-50 अंकोंं के और तीसरा पेपर 75 अंकों का होता था, लेकिन अब इसे कम करके दो पेपर और 150 अंकों का कर दिया गया है। सीबीएसई की ओर से परीक्षा के लिए विज्ञापन में दो पेपर और उनका पैटर्न भी शामिल किया गया है। इसमे  पहले पेपर में 50 आब्जेक्टिव प्रश्न होंगे। इसमें टीचिंग, रिसर्च एप्टीट्यूट, रिजनिंग, कंप्रीहेंशन के अलावा पहली बार जनरल अवेयरनेस को भी शामिल किया गया है। यह पेपर 100 अंकों का होगा। दूसरे पेपर में 100 सवाल होंगे और 100 अंकों की ही यह परीक्षा होगी। इस परीक्षा में सभी प्रश्नों के जवाब छात्रों को देने होंगे। नए पैटर्न के तहत पहला पेपर सुबह 9ः30 से 10ः30 बजे और दूसरा पेपर 11 से एक बजे तक होगा। पहले तीन परीक्षाएं शाम 4ः30 बजे तक होती थीं।

यह रहेगी आवेदन प्रक्रिया

पहली फरवरी को यूजीसी-नेट की नोटिफिकेशन जारी होगी। छह मार्च से ऑनलाइन आवेदन छात्र कर सकेंगे। पांच अप्रैल आवेदन की अंतिम तिथि होगी। छह अप्रैल तक फीस जमा कर सकते हैं और आठ जुलाई को नेट परीक्षा आयोजित की जाएगी।