विस्थापितों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर — भाखड़ा विस्थापित समिति का शिष्ट मंडल सोमवार को उपायुक्त विवेक भाटिया से मिला और उन्हें यहां पिछले सप्ताह ही पद ग्रहण करने पर उनका अभिनंदन और स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया कि नगर के भाखड़ा विस्थापितों की समस्याएं सुलझाने में उनका पूरा सहयोग समर्थन मिलेगा। समिति ने विस्थापितों की ओर से विश्वास दिलाया कि वे हर सरकारी कार्य को आगे बढ़ाने  में उनका सहयोग करेंगे। समिति ने अपनी सभा में लिए गए निर्णयों का एक विस्तृत ज्ञापन समिति के शिष्टमंडल के माध्यम से महामंत्री जयकुमार द्वारा उपायुक्त को सौंपा गया। जय कुमार ने नगर में विस्थापितों द्वारा विवशतावश किए गए अतिक्रमण की समस्या के कारणों और पुराने बिलासपुर नगर से उजाड़े जाने की सारी पृष्ठ भूमि का विवरण दिया। भाखड़ा बांध के कारण बने गोबिंदसागर के कारण उजाड़े जाने से पिछले निरंतर 60 वर्षों से उन्हें पेश आ रही मानसिक, आर्थिक और पुनर्वास संबंधी समस्याओं से अवगत करवाते हुए। जय कुमार ने कहा कि उनकी सभी समस्याएं मानवीय व व्यावहारिक आधार पर ही सुलझाई जा सकती हैं तथा किसी कानून से नहीं अन्यथा उन्हें भविष्य में भी केवल उजड़ाव ही हाथ लगेगा। जय कुमार ने कहा कि तत्कालीन प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने और उस समय की सरकार ने बिना किसी समझौते के भाखड़ा बांध के निर्माण के लिए लाखों विस्थापितों की बलि दे दी थी। इससे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ तो खुशहाल हुए किंतु बिलासपुर जिले के इन विस्थापितों को केवल भारी पीड़ा, आर्थिक संकट और असंख्या कष्ट तथा समस्याएं ही हाथ लगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के भाखड़ा विस्थापितों  के अतिक्रमण की समस्या को प्रदेश के अन्य जिलों की समस्या से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए  क्योकि बाहर के लोगों ने अपने आप को संपन्न बनाने के लिए अतिक्रमण किया। जबकि बिलासपुर के लोगों ने अपने परिवारों का सर ढांपने के लिए अतिक्रमण किया है। उन्होंने जिलाधीश से उनकी इस समस्या को सहानुभूति पूर्वक सुलझाने का आग्रह किया ताकि विस्थपितों को दोबारा उजड़ने से बचाया जा सके।