शांत जिला लाइब्रेरी अब बहसबाजी से बदनाम

सीट रोककर गायब हुए पाठक के देर से आने पर तनातनी; एडीसी तक जा पहुंची बात, जिला पुस्तकालय में सुधर नहीं रहे हालात

धर्मशाला – जिला पुस्तकालय धर्मशाला की समस्याओं को लेकर पाठकों द्वारा किया गया आंदोलन सरकार और जिला प्रशासन को हिलाने के बाद भी समस्याएं हल नहीं हो पाई हैं। खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने भी समस्याओं का निपटारा करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अभी तक धर्मशाला पुस्तकालय की हालत सुधर नहीं पाई है। अब भी पाठकों के बैठने को स्थान उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण शांत रहने वाले पुस्तकालय में ही गुरुवार को विवाद हो गया। लाइब्रेरी में सीट रोककर एक पाठक गायब हो गया, जिसके बाद अन्य छात्रों को बैठने के लिए उचित स्थान ही नहीं मिल पाया। छात्र अपनी बारी का बाहर ही इंतजार करने के लिए मजबूर हो गए। हालांकि काफी देर के बाद सीट रोकने वाला छात्र पुस्तकालय में पहुंचा, जिससे छात्रों ने बेवजह सीट रोकने और अन्य को सीट न मिलने को लेकर उलझ पड़े, जिसके बाद स्थानीय पाठकों ने एडीसी कांगड़ा को लिखित में शिकायत पत्र सौंप कर जल्द ही उचित व्यवस्था किए जाने की मांग उठाई है। जिला पुस्तकालय धर्मशाला के अध्ययन कक्ष में सीट को लेकर गुरुवार को छात्रों में बहसबाजी हो गई। युवकों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला पहले पुस्तकालय अध्यक्ष के पास पहुंचा, लेकिन पाठकों को संतुष्ट न होने पर युवक मामले और पुस्तकालय की अव्यवस्थाओं को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा कमल सरोच के पास पहुंच गए। उन्होंने लिखित शिकायत पत्र जिला पुस्तकालय में अव्यवस्थाओं को लेकर सौंपा।

पुस्तकालय अध्यक्ष ने शांता करवाया झगड़ा

दोनों के बीच झगड़ा इतना बढ़ गया कि पुस्तकालय अध्यक्ष कांति सूद को हस्तक्षेप करते हुए दोनों को शांत करवाना पड़ा। इसके बाद में पुस्तकालय के युवकों में से कुश कुमार, अविनाश, अर्जुन, पंकज, जीवन लाल, नीरज, सुरेंद्र कुमार, नरेंद्र शर्मा और अखिल ने पुस्तकालय की स्थिति को लेकर एडीसी से मिलकर शिकायत पत्र दिया। उन्होंने कहा कि यहां के पंजीकृत सदस्यों के साथ वह शुक्रवार को उपायुक्त कांगड़ा को भी पुस्तकालय भवन की अंतिम मंजिल को खाली करने के लिए ज्ञापन सौंपेंगे।