शिमला रिज खतरे में

सालों पुराने पानी के स्टोरेज टैंक में आई दरारों से संकट रूड़की-दिल्ली के आईटीआई से मदद लेगा नगर निगम

शिमला –ऐतिहासिक रिज के नीचे बने पेयजल भंडारण टैंक के एक कोने में हल्की दरारें पड़ने लगी हैं। ये दरारें आने वाले समय में खतरनाक साबित हो सकती हैं। रिज स्थित यह टैंक बचाने के लिए नगर निगम शिमला आईटीआई रूड़की  और दिल्ली के विशेषज्ञों की मदद लेगा, ताकि रिज पर बने इस पेयजल भंडारण टैंक और ऐतिहासिक रिज को बरकरार रखा जा सके। शिमला के रिज पर बना पेयजल भंडारण टैंक अंगे्रजों के समय का है। ब्रिटिशकालीन इस टैंक से आज भी शहर को पानी की सप्लाई की जाती है। इस टैंक में छह चैंबर बने हुए हैं। हर चैंबर का एक-दूसरे के साथ कनेक्शन है।  शिमला  शहर का यह सबसे बड़ा पेयजल भंडारण टैंक है। इस टैंक में दरारें ऐतिहासिक रिज के अस्तित्व सहित पेयजल भंडारण टैंक को बड़ा खतरा साबित हो सकता है। सोमवार को नगर निगम शिमला द्वारा इस टैंक की सफाई की गई। इस दौरान भी अधिकारियों ने टैंक के उस हिस्से का निरीक्षण किया, जिस हिस्से में दरारें आने लगी हैं। इस दौरान अधिकारियों द्वारा कोने की वीडियोग्राफी भी की गई, मगर यह पता नहीं चल पाया है कि ये दरारें किन कारणों से आ रही है। नगर निगम शिमला ने यह मामला आईपीएच के  समक्ष भी उठाया था, मगर यह पता नहीं लग पाया कि ऐतिहासिक टैंक में दरारें किन कारणों के चलते आ रही हैं। ऐसे में अब नगर निगम शिमला ने आईटीआई रूढ़की और आईटीआई दिल्ली के विशेषज्ञों की सहायता लेने का निर्णय लिया है। निगम जल्द ही पत्र लिखकर इनसे सपंर्क करेगा। इसके बाद ही टैंक की मेंटेनेंस की जाएगी। रिज में बने इस टैंक की क्षमता 50 लाख लीटर के करीब है। यह टैंक सबसे बड़ा पेयजल भंडारण टैंक है। हिल्सक्वीन का ऐतिहासिक रिज भी इसी टैंक पर स्थित है। इस टैंक में दरारें ऐतिहासिक रिज के अस्तित्व को भी खतरा हो सकता है। बहरहाल, ऐतिहासिक रिज पर अब संकट खड़ा हो गया है। पर्यटकों की पहली पसंद शिमला रिज में दरारें हरेक के लिए खतरा हैं।

छह घंटे चला सफाई अभियान

नगर निगम शिमला द्वारा रिज पेयजल भंडारण टैंक की सफाई का कार्य सुबह दस बजे आरंभ किया गया, जो शाम चार बजे तक चला। इस दौरान निगम कर्मचारियों सहित अधिकारी वर्ग भी मौके पर मौजूद रहे।

उपमहापौर ने किया निरीक्षण

उपमहापौर राकेश कुमार शर्मा ने भी टैंक की सफाई के दौरान टैंक के एक कोने में आ रही दरारों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को टैंक के कोने में आ रही दरारों की मेंटेनेंस के निर्देश भी दिए।