सरकार का इम्तिहान लेगा एनएच 707

 नेरवा,चौपाल   — एलपीआर आर यानी लालढांग, पांवटा, रोहड़ू, रामपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 707 नए साल में नई सरकार का कड़ा इम्तिहान लेने को तैयार है। इस राजमार्ग पर हो रहा टायरिंग व मैटलिंग का कार्य शुरू से ही विवादों में रहा है। इस कार्य के तीन साल पूर्व टेंडर लग चुके थे। दो बार तो इसके टेंडर रद्द ही हो चुके हैं। मैटलिंग का कार्य पांवटा से कफोटा के बोहराड नाला व बोहराड़ नाला से फेडिज पुल तक दो चरणों में होना था। पहले चरण का कार्य बोहराड़ पुल तक तो कई विवादों के बाद पूरा हो चुका है, परंतु इससे आगे फेडिज पुल तक का कार्य पहले तो जिला सिरमौर में ही विवादों में रहा है।  सिरमौर के उतरीधार से कांडोधार तक करीब 13 किलोमीटर मार्ग छह माह के भीतर ही उखड़ चुका है, मीनस से फेडिज पुल तक मैटलिंग का कार्य शुरू हुआ है वह भी पहले चरण में ही विवादों में आ गया है। इसमें पहली लेयर में जो गटका डाला जा रहा है वह कथित रूप से रेता युक्त हल्की गुणवत्ता का है और यह सब विभाग की नाक के नीचे हो रहा है, जिसके लिए कथित विभागीय कल्चर को जिम्मेदार माना जा रहा है। इस मार्ग में किए जा रहे हल्की गुणवत्तायुक्त कार्य को लेकर प्रदेश का एक निजी टीवी चैनल स्टिंग आपरेशन भी कर चुका है, जो कि यू-ट्यूब व सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। स्टिंग आपरेशन में मैटलिंग का कार्य करने वाली कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने साफ तौर पर माना कि विभाग में कमीशन कल्चर के चलते मापदंडों के आधार पर कार्य करना नामुमकिन है। स्टिंग में माना गया कि विभाग के जेई, एसडीओ, एक्सईएन से लेकर मैटीरियल के सैंपल पास करने वाली प्रयोगशाला तक को प्रतिशतता के आधार पर कमीशन देनी पड़ती है। ऐसे में मापदंडों के आधार पर कार्य करना नामुमकिन है। इस मार्ग पर फेडिज पुल से मीनस पुल तक बीते सालों में दर्जनों हादसे हो चुके हैं जिसमे सैकड़ों लोग जान से हाथ धो चुके हैं व कई लोग अपाहिजों की जिंदगी बिताने को मजबूर हैं। इतने हादसे होने के बावजूद सरकार गहरी नींद में सोई है। सरकार के लिए मानो इनसानी जिंदगियों की कोई भी कीमत नहीं रह गई है। इस मार्ग पर फेडिज पुल से मीनस पुल तक कहीं भी कोई क्रैश बेरियर नहीं है। फेडिज पुल से मीनसपुल तक 18 किलोमीटर इस मार्ग पर हुई विभिन्न दुर्घटनाओं में पिछले सात आठ-सालों में सैंकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। नई सरकार के भ्रष्टाचार को कुचलने के दावों के बाद अब लोगों को उम्मीद जगी है कि इस मार्ग की मैटलिंग में हुए गड़बड़ झाले की निष्पक्ष जांच होगी व दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों व ठेकेदारों के खिलाफ  ठोस कार्रवाई होगी। अब एलपीआरआर के मैटलिंग घोटाले का मामला सरकार के पाले में है कि वह भ्रष्टाचार को कुचलने के अपने वादे पर कितना खरा उतरती है।  मैटलिंग का कार्य करने वाली कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सूरज कुमार कंपनी के प्रबंध निदेशक सचिन गोयल ने भी संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया।

कार्रवाई करे सीएम

स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि पांवटा से फेडिज पुल तक किए गए व किए जा रहे पूरे कार्य की उच्च स्तरीय जांच की जाए। जो भी सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहा है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए