सर्दियों में खुले रहें छात्रावास

शिमला – प्रदेश विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश के दौरान चार छात्रावासों को खुले रखने के फैसले से एचपीयू के छात्र खुश नहीं हैं। छात्र अवकाश के दौरान भी सभी  छात्रावासों को खुला रखने की मांग कर रहे हैं। अपनी इसी मांग को लेकर एसएफआई ने गुरुवार को विवि चीफ वार्डन का घेराव किया। एसएफआई ने अपनी मांगें उनके समक्ष रखीं। एसएफआई ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन शीतकालीन अवकाश के समय मात्र चार छात्रावासों को खोलकर अन्य छात्रावासों को बंद कर रहा है। विश्वविद्यालय के इस फैसले को छात्रों ने गलत करार दिया है। एसएफआई के  अध्यक्ष जीवन ने आरोप लगाते हुए कहा कि होस्टलों की मरम्मत के नाम पर छात्रों को किसी अन्य होस्टलों में रहने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पूरे वर्ष भर की फीस होस्टलों में रुकने के लिए छात्रों से ली जाती है। अब शीतकालीन अवकाश के समय विवि प्रशासन छात्रों को अपने होस्टल खाली कर अन्य होस्टलों में रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं। एसएफआई ने चीफ वार्डन के समक्ष अपनी मांग रखते हुए कहा कि शीतकालीन अवकाश के दौरान किसी भी छात्रावासों को बंद न कर सभी छात्रावासों को खुला रखा जाए, जिस छात्रावास  में छात्र  इस समय रह रहे हैं, उन्हें उन्हीं छात्रावासों में रहने दिया जाए। एचपीयू प्रशासन ने बुधवार को यह फैसला लिया था कि डेढ़ माह के शीतकालीन अवकाश के दौरान मात्र चार ही छात्रावास खुले रखे जाएंगे। इन छात्रावासों में तीन कन्या और एक पुरुष छात्रावास खुला रखा जाएगा। एसएफआई ने चीफ वार्डन के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि एचपीयू रिसर्च स्कॉलर होस्टल में मैस भी शुरू की जाए। होस्टल में शोधार्थी रह रहे हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि उनकी सुविधा के लिए मैस भी खुली रखी जाए।