सात साल से नववर्ष पर नहीं हुई बर्फबारी

2010 में नववर्ष को हुआ था हिमपात; मौसम की बेरुखी से किसान-बागबान, सैलानी निराश

शिमला — हिमाचल प्रदेश में सात वर्षों से नववर्ष पर बर्फबारी नहीं हुई है। वर्ष 2010 में 31 दिसंबर को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बर्फबारी हुई थी, मगर इसके पश्चात सात वर्षों के अंतराल में नववर्ष पर बर्फबारी नहीं हुई। प्रदेश के कई स्थानों पर दिसम्बर माह के मध्य बारिश-बर्फबारी हुई थी। ऐसे में लोग क्रिसमस व नववर्ष पर बर्फबारी की आस लगा रहे थे, लेकिन क्रिसमस व नववर्ष पर मौसम शुष्क रहने से लोग निराश हैं। खास तौर पर मौसम की बेरुखी से प्रदेश के किसान-बागबान निराश हैं। समय पर बारिश-बर्फबारी न होने से बागीचों व खेत-खलिहानों में विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं।  मौसम की बेरुखी से जहां हर वर्ष उत्पादन पर असर पड़ रहा है, वहीं इससे विंटर कारोबार भी प्रभावित होने लगा है। इस विंटर सीजन में नववर्ष के दौरान प्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थलों पर सैलानियों की खासी भीड़ उमड़ी, मगर यह आंकड़ा बीते वर्ष के मुकाबले कम आंका जा रहा है, जिसके पीछे मौसम की बेरुखी को ही प्रमुख कारण माना जा रहा है। प्रदेश में क्रिसमस व नववर्ष पर बर्फबारी की हसरत को लेकर हर वर्ष काफी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं, जिससे पर्यटक कारोबार में इजाफा आता है, मगर हर वर्ग सैलानियों की संख्या घटने से विंटर सीजन कारोबार भी घटने लगा है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि प्रदेश में नववर्ष पर वर्ष 2010 को बर्फबारी हुई थी, मगर इसके पश्चात नववर्ष पर बर्फबारी नहीं हुई।