सौतेली मां ने मार डाली तीन साल की मासूम

मामा की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया मामला, पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में लिया शव

रोहडू— शैतानियत जब सिर चढ़कर बोलती है, तो वह बेरहमी की सीमा को भी लांघ देती है। यहां तक कि मां को ममता की देवी कहने वाली कहावत तक झूठी हो जाती है। चिड़गांव के गुम्मा में नेपाली मूल की एक कलियुगी सोतैली मां ने बुधवार रात को तीन वर्षीय बेटी को बुरी तरह पीट-पीटकर मार डाला। यह मामला चिड़गांव तहसील के गुम्मा गांव में एक बागबान के यहां नेपाली परिवार में पेश आया, जो काफी समय से गुम्मा निवासी वेद प्रकाश के यहां रह रहा था। जानकारी के मुताबिक नेपाली युवक बबलू की पत्नी ने तीन साल की सौतेली पुत्री दिव्या को इतनी बेरहमी से पीटा कि नन्ही बच्ची की जान ही चली गई। पुलिस में यह मामला मासूम दिव्या के मामा की शिकायत पर दर्ज किया है, जिसका नाम भी बबलू ही है। पुलिस धारा 302 के तहत सौतेली मां बिमला पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। मासूम का शव पोस्टर्माटम के लिए आईजीएमसी शिमला भेज दिया है, इससे पहले सौतेली मां की यह करतूत सामने आती, उसने बड़ी चालाकी से मासूम के गिरने का नाटक तैयार कर दिया था। उसके पति व मासूम दिव्या के पिता बबलू जब शाम को लौटे, तो उन्होंने देखा कि मासूम दिव्या डेरे पर बिस्तर में खून से लथपथ होकर बुरी तरह घायल अवस्था में लेटी हुई है। सौतेली मां ने पति दिव्या के मामा को सफाई दी कि वह दिव्या को लेकर जंगल में किसी कार्य को लेकर गई हुई थी, जहां वह गिर गई और घायल हो गई। इस हालत में वह उसे सीएचसी संदासू लेकर गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। मासूम के शरीर में पीटने के गहरे निशान पाए गए हैं। बबलू ने पत्नी पर आरोप लगाया है कि मासूम की मौत उसकी पत्नी व सौतैली मां बिमला के पीटने से हुई है। शव पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थय केंद्र संदासू में रखा हुआ है। बबलू की दिव्या के अलावा एक और बेटी अंशिका भी है। एसएचओ चिड़गांव बाबूराम शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस ने घटनास्थल पर आरोपी के खिलाफ सभी साक्ष्यों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।