‘स्पर्श’ से की जाएगी कुष्ठ पर चोट

वर्ल्ड लेप्रोसी-डे पर स्कूली छात्रों संग ग्रामीण भी होंगे जागरूक

मंडी – ‘स्पर्श’ से हिमाचल भर में कुष्ठ रोग पर प्रहार किया जाएगा। वर्ल्ड लेप्रोसी-डे पर 30 जनवरी से 13 फरवरी तक हिमाचल भर में कुष्ठ रोग पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। बता दें कि कुष्ठ रोग दुनिया की सबसे पुरानी बीमारियों में से एक है। ऐसे में इस रोग के साथ ही कई तरह की भ्रांतियां भी जुड़़ी हुई हैं। ऐसी ही भ्रांतियां दूर करने, कुष्ठ रोगियों से भेदभाव न करने और स्कूल और पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश भर में सभी खंड चिकित्सा अधिकारी स्कूलों में कुष्ठ रोग पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें एक स्वास्थ्य खंड में तीन स्कूलों का चयन कर उनमें कुष्ठ रोग पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा पंचायत प्रधान, उपप्रधान और वार्ड मेंबर के लिए भी अलग से जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे। लेप्रोसी पर जागरूक करने के लिए राज्य कुष्ठ रोग निवारण समिति की ओर से सभी जिलों को बजट जारी किया जा चुका है।

कुष्ठ रोग से जुड़ा है कुल्लू दशहरा

कुल्लू में मनाए जाने वाले अंतराष्ट्रीय दशहरे का इतिहास भी कुष्ठ रोग से जुड़ा है। दरअसल कुल्लू के राजा जगत सिंह को कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलने पर ही पहली मर्तबा कुल्लू दशहरे का आयोजन किया था, जो आज अंतराष्ट्रीय स्तर  पर मनाया जाता है।