हाउस टैक्स के सवा करोड़ पर कुंडली

सुंदरनगर – नगर परिषद सुंदरनगर में पिछले कई वर्षों से हाउस टैक्स की उगाही लंबित पड़ी है, जिसके चलते हाउस टैक्स सवा एक करोड़ तक का आंकड़ा क्रॉस कर गया है, लेकिन नगर परिषद ने हाउस टैक्स की उगाही करने की दिशा में कोई भी सख्त कदम अभी तक नहीं उठाए हैं। हाउस टैक्स की वसूली नियमित न होने की सूरत में डिफाल्टरों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। अभी तक नगर परिषद इस दिशा में 35 के करीब ही लोगों को नोटिस जारी कर पाई है। इसके आगे कोई भी कार्रवाई वर्तमान में नगर परिषद की ओर से अमल में नहीं लाई गई है, जिसके कारण हर वर्ष हाउस टैक्स की लेनदारी का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। वहीं पिछले दो साल से हाउस टैक्स के सर्वे का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। वर्तमान में नगर परिषद के 13 वार्ड हैं, जिनमें 6700 के तकरीबन हाउस होल्डर हैं। बताया जा रहा है कि हाउस टैक्स जमा न करवाने वालों में ज्यादातर रसूखदार लोग शामिल हैं और उन पर कार्रवाई करने में नगर परिषद अपने हाथ पीछे खींचती नजर आई है। वहीं वार्डों में लोगों को पर्याप्त सुविधाएं मुहैया न होने की सूरत में भी हाउस टैक्स जमा करवाने में दिलचस्पी लेते नजर नहीं आए हैं। खास बात यहां पर यह भी है कि नगर परिषद में हाउस टैक्स समय पर जमा न होने का सिलसिला पिछले पांच-छह सालों से जारी है। उधर, नगर परिषद सुंदरनगर की अध्यक्ष पूनम शर्मा व उपाध्यक्ष दीपक सेन का कहना है कि जल्द ही इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाएंगे और मामला हाउस में लाने के बाद डिफाल्टरों को चिन्हित करके कोर्ट के माध्यम से हाउस टैक्स की अगवाई करने पर विचार किया जाएगा। अन्यथा ऐसे डिफाल्टरों को मूलभूत सुविधाओं से महरूम कर दिया जाएगा। वहीं नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि सुंदरनगर में हाउस होल्डरों से वर्तमान में एक करोड़ 32 लाख 59,856 रुपए बतौर हाउस टैक्स के रूप में वसूलने हैं। सर्वे का कार्य सुंदरनगर के विभिन्न वार्डों में जारी है।