ऊना में सायरन बजते ही मची अफरा-तफरी

ऊना – ऊना में गुरुवार सुबह के समय करीब 8:50 पर आपदा का सायरन बजा तो हर कोई हैरान रह गया। मॉक ड्रिल से अनभिज्ञ लोगों के लिए यह किसी आपदा के ही संकेत दिखे, लेकिन बाद में शहर में मॉक ड्रिल होने के बारे में पता चला। सायरन बजते ही आपदा से निपटने के लिए प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। ऊना की डीसी कालोनी, एसई पीडब्ल्यूडी भवन, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल, कालेज होस्टल, आईओसी कैंपस मैहतपुर की ओर बचाव कार्य को लेकर कर्मचारियों सहित अन्य दल तुरंत रवाना हुए। अस्पताल के कर्मचारियों के साथ ही अग्निशमन कर्मचारी के अलावा अन्य लोग भी बचाव कार्य में अपनी भूमिका निभाते दिखे। इसमें घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, स्टेजिंग क्षेत्र के लिए इंदिरा स्टेडियम से राहत व बचाव कार्यों का संचालन किया गया। सभी टीमें बचाव कार्यों में जुटी हुई नजर आई। ऊना जिला में भूकंप आपदा संबंधित मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसके तहत जिला ऊना में भी भूकंप के बाद विभिन्न तरह के बचाव व राहत कार्यों बारे अभ्यास किया गया। इस मैगा मॉक ड्रिल अभ्यास में जिला ऊना के विभिन्न विभागों के साथ-साथ एनडीआरएफ, पुलिस, होमगॉर्ड, एनसीसी, एनएसएस के वालंटियरों ने राहत व बचाव कार्यों में अपनी भूमिका निभाई। मैगा मॉक  ड्रिल को उपायुक्त विकास लाबरू की निगरानी में आयोजित किया गया। राहत व बचाव कार्यों का संचालन स्टेजिग क्षेत्र इंदिरा गांधी खेल स्टेडियम से किया गया है। विभिन्न प्रभावित स्थानों के लिए राहत व बचाव टीमों के साथ-साथ एंबुलेंस भेजी गई। भूकंप के कारण प्रभावित लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जो लोग घायल हुए उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चिकित्सीय उपचार प्रदान किया गया। गंभीर तौर पर घायलों को पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया। उपायुक्त विकास लाबरू ने बताया कि इस भूकंप आपदा संबंधित मैगा मॉक ड्रिल को जिला के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों, आईटीआई, कालेजों व विश्वविद्यालयों सहित सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ ग्रामीण स्तर पर पंचायत कार्यालयों तथा शहरी क्षेत्रों के स्थानीय शहरी नगर निकायों के कार्यालयों में भी एक साथ अभ्यास किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आपदा संबंधी अभ्यास के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य जहां आपदा को लेकर अपनाई जाने वाली आपातकालीन योजना एवं कार्यप्रणाली का व्यापक अध्ययन कर आंकलन करना है। वहीं, मैगा मॉक ड्रिल के दौरान जो कमियां उजागर हुई हैं उन्हें दुरुस्त भी करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी आपदा के दौरान सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करने का प्रयास करें, ताकि प्रभावितों को जल्द से जल्द राहत पहंचाई जा सके। उन्होंने सभी विभागों से आपदा को लेकर निर्धारित अपनी-अपनी भूमिका का भी बेहतर निर्वहन करने का आह्वान करते हुए आपदा संबंधी सूची तैयार करने तथा इसे समय-समय पर अपडेट करने को भी आह्वान किया। मॉक ड्रिल के दौरान इंसीडेंट रिस्पांस टीम की प्रमुख एवं अतिरिक्त उपायुक्त कृतिका कुलहरी ने सभी विभागों से इस तरह की किसी भी आपदा के दौरान स्वयं की जिम्मेदारी को समझते हुए प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी निर्देशों के तुरंत राहत व बचाव कार्यों के लिए पहुंचे।