कई फार्मा कंपनियों के लाइसेंस होंगे रद्द

दवाइयों के सैंपल फेल होने पर प्राधिकरण ने तैयार की जांच रिपोर्ट, नियमों की अवहेलना पडे़गी भारी

बीबीएन — हिमाचल के दवा उद्योगों में निर्मित दवाओं के सैंपल फेल होने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री के निर्देंशों के बाद राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण हरकत में आ गया है। इसी कड़ी में अब उन दवा उद्योगों पर लाइसेंस कैसिंल व सस्पेंड होने की गाज गिर सकती हैं ,जो जीएमपी व जीएलपी की अनुपालना नहीं कर रहे थे। दरअसल गत दिनों सीडीएससीओ की पड़ताल में प्रदेश में निर्मित दवाओं के फेल हुए सैंपल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने दोषी दवा निर्माताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद राज्य दवा नियंत्रक ने तत्काल हरकत में आते हुए दवा निर्माताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर दवा निरीक्षकों को इन उद्योगों का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। निर्देंशों के अनुरूप दवा निरीक्षकों ने मेडीपोल, अल्ट्रा ड्रग्स, स्पेन फार्मूलेशन, एफिन फार्मूलेशन अल्ट्राटेक फार्मा,एडविन फार्मा, पार्क फार्मा, एचएल हैल्थ केयर का दौरा किया और जीएमपी व जीएलपी की अनुपालना की गहनता से पड़ताल की। दवा निरीक्षकों ने बाकायदा दवा निर्माताओं से फेल हुई दवाओं का पूरा बैच बाजार से हटाने की  कवायद को भी अपनी देख रेख में पूरा  करवाया है। इसके उपरांत दवा निरीक्षकों ने जांच रिपोर्ट राज्य दवा नियंत्रक को सौंप दी है और अब अगर रिपोर्ट में कोई खामी या फिर जीएमपी व जीएलपी नियमों की अवहेलना की बात सामने आती है तो संबंधित दवा का उत्पादन रोकने के अलावा उक्त उद्योगों पर प्रोडक्ट लाइसेंस सस्पेंड व कैंसिल करने जैसी कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।   केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन   द्वारा जारी जनवरी माह के ड्रग अलर्ट  में हिमाचल के आठ दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतर पाई थी , इसके अलावा देश के अन्य राज्यों के 21 दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं भी सब-स्टेंडर्ड पाई गई थी। हिमाचल में जिन कंपनियों की दवाएं जांच में मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई ह, उनका निर्माण,बद्दी-बरोटीवाला, नालागढ़ व गगरेट, मेहतपुर, कालाअंब स्थित दवा इकाईयों में हुआ है। ड्रग अर्लट के तत्काल बाद ही राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने कार्रवाई करते हुए सभी सबंधित दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर संबधित दवाओं के बैच बाजार से तत्काल हटाने के निर्देश देते हुए जवाब तलब कर लिया था।  इसी के बाद राज्य दवा नियंत्रक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उक्त 8 दवा उद्योगों की विस्तृत जांच करवाई और रिपोर्ट तलब की ।  स्टेट ड्रग कं ट्रोलर नवनीत मारवाहा ने पुष्टि करते हुए बताया कि  जांच पूरी कर ली गई है। ड्रग इंस्पेक्टरों ने  रिपोर्ट उन्हें सौंप दी है,रिपोर्ट में अगर किसी तरह की खामी की बात सामने आती है तो सबंधित दवा उद्योग के प्रोडक्ट, लाइसेंस सस्पेंड व कैंसिल किए जाएंगे।