करसोग में बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार

करसोग – देव भूमि करसोग के ऐतिहासिक धार्मिक तीर्थ स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से संवारने को लेकर सरकार के दिशा-निर्देश अनुसार योजनाएं बननी शुरू हो गई हैं जो करसोग के विकास तथा पर्यटन की नजर से भाजपा सरकार के सकारात्मक संकेत दिखाई दे रहे हैं। विश्व के प्रख्यात तीर्थ स्थल हरिद्वार के बाद करसोग उपमंडल मुख्यालय पर स्थित इतिहास में दर्ज इमला-बिमला के पवित्र संगम को पर्यटन की दृष्टि से उभारने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। उपमंडलाधिकारी ना. अपूर्व देवगन ने ‘दिव्य हिमाचल’ को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान सरकार के दिशा-निर्देश अनुसार करसोग के ऐतिहासिक धार्मिक पर्यटक स्थलों को पर्यटन के साथ जोड़ने को लेकर गत दिनों शक्तिपीठ मां कामाक्षा देवी, देवों के देव ममलेश्वर महादेव, इमला-बिमला मोक्ष दायिनी व पर्यटक स्थल, विश्व विख्यात धार्मिक तीर्थ पर पर्यटक स्थल, दानवीर करण देवता श्रीमूल मांहूनाग स्थानों का दौरा किया गया है, जहां पर इन धार्मिक स्थानों को कैसे संवारा जा सकता है व पर्यटन के साथ कैसे जोड़ा जा सकता है उसको लेकर संभावनाएं तलाश करते हुए योजनाओं का प्रारूप भी तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में खंड विकास कार्यालय करसोग तथा लोक निर्माण विभाग मंडल कार्यालय करसोग के कर्मचारी, अधिकारी अपना सहयोग दे रहे हैं। एसडीएम करसोग अपूर्व देवगन ने कहा कि हरिद्वार के बाद करसोग के उपमंडल मुख्यालय पर स्थित इमला-बिमला सरिताओं का संगम स्थल भी पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है तथा वहां पर मकर संक्रांति का मेला भी आयोजित होता है। इस स्थल को भी तीर्थ के नाम से उभारते हुए पर्यटन के साथ कैसे जोडा जा सकता है, इसकी योजना भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इमला-बिमला संगम पर स्नानागार, पंचतत्व में विलीन करने के लिए उचित स्थान आदि कई योंजनाएं प्रस्तावित हैं। इसी के साथ करसोग के देवों के देव ममलेश्वर महादेव, शक्तिपीठ मां कामाक्षा देवी, दानवीर करण देवता श्री मूल मांहूनाग आदि कई धार्मिक स्थान हैं, जिनको संवारने के लिए सरकार के दिशा-निर्देश अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्व विख्यात तत्तापानी में भी पूजा घाट, स्नान घाट आदि कई योजनाएं बनाने संबंधी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है ताकि रमणीक घाटी करसोग को भी पर्यटन तथा धार्मिक तीर्थ स्थल के साथ जोड़ा जा सके, जिसमें वर्तमान सरकार के जो दिशा-निर्देश मिल रहे हैं उन पर पूरी विधानसभा में काम चला हुआ है। इसके माध्यम से करसोग के बेरोजगार युवाओं को भी रोजगार के द्वार खुलेंगे।