गो सेवा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं

ऊना —प्रत्येक मानव को गाय सेवा को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। ये उद्गार जिला मुख्यालय के साथ लगते गांव रक्कड़ कालोनी में स्थित श्री बाल गोपाल गो लोक धाम में बुधवार को गो उत्सव एवं संत सम्मलेन में राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने कहे। राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने गोशाला के बेहतर संचालन के लिए प्रबंधन समिति को साधूवाद दिया और अपनी ओर से एक लाख रुपए की राशि गोशाला संचालन के लिए समिति को दी। धार्मिक  कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, भाजपा नेता राम कुमार, जिला भाजपा अध्यक्ष बलवीर बग्गा, बीडीसी सदस्य शक्ति देवी, एसडीएम पृथीपाल सिंह, खनन अधिकारी कुलभूषण, एसी टू डीसी विनय मोदी विशेष रूप से उपस्थित रहे।  बाबा बाल जी ने कहा कि गाय को भारतीय संस्कृति में माता का दर्जा दिया गया है और सनातन  धर्म में गाय की सेवा को प्रमुखता से रखा गया है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी गाय की सेवा की थी, इसी लिए गाय की सेवा को पुण्य के साथ जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि गाय का गोबर, मुत्र, दूध आदि सब पवित्र होते हैं और हमारे अनेक रोगों को दूर करने में सहायक होते हैं। उन्होंने श्री बाल गोपाल गो लोक धाम द्वारा स्थापित गोशाला की सराहना करते हुए कहा कि इस गोशाला में अधिकतर गउएं वे हैं, जो सड़कों पर लवारिस घूमती थीं। उन्हें आश्रय दिया गया है और सैकड़ों लोग इस गोशाला से जुड़कर सेवा के कार्य में जुटे हैं, जो कि पुण्य कमाने के सामान है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन द्वारा अनेक गोशालाएं खोली जा रही हैं। इनका बेहतर संचालन हो, इसके लिए स्थानीय लोगों को इसमें शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोशालाओं में आकर सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। कार्यक्रम के उपरांत दोपहर बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।