चंबाघाट-वाकनाघाट फोरलेन का काम जल्द

आठ को ओपन होंगे टेंडर, तीन कंपनियों ने जताई है काम करने की इच्छा

सोलन— एक वर्ष की लंबी कसरत के बाद करीब 550 करोड़ रुपए से बन रहे चंबाघाट-वाकनाघाट फोरलेन को जल्द पंख लग सकते हैं। राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण बोर्ड के पास ई-टेंडरिंग के माध्यम से तीन कंपनियों ने कोटेशन दी है।  आठ फरवरी को तीन में से किसी एक कंपनी को यह काम सौंप दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार चंबाघाट- वाकनाघाट फोरलेन के लिए भू-अधिग्रहण से सबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। अधिकतर लोगों को मुआवजा भी दिया जा चुका है। वन विभाग से वृक्षों के कटान के लिए एनओसी भी कई माह पहले मिल गई है। हैरानी की बात है कि इस सबके बावजूद करोड़ों रुपए का यह प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि काम काफी अधिक कठिन होने की वजह से देश की कई नामी कंपनियां इसे करने से मना कर चुकी हैं। यही वजह है कि एनएचएआई द्वारा कई बार इस काम के  ई-टेंडर जारी किए जा चुके हैं।  कई बार तो मात्र एक कंपनी ने ही काम को करने के लिए कोटेशन भरी है। नियम व शर्तें पूरी न होने की वजह से भी इस प्रोजेक्ट का टेंडर बीते एक वर्ष से लगातार लटक रहा है। जानकारी के अनुसार एनएचएआई द्वारा हाल ही में फिर से इस काम के लिए ई-टेंडर जारी किए गए थे। इस दौरान तीन कंपनियों ने टेंडर भरे हैं। आठ फरवरी को यह टेंडर ओपन किए जाएंगे। इस दौरान नियम व शर्तों को पूरा करने वाली कंपनी को ही यह टेंडर दिया जाएगा। कंपनी का वार्षिक टर्नओवर, वर्तमान में आर्थिक स्थित, गुणवत्ता तथा अनुभव के आधार पर यह टेंडर दिया जाना है। इसके आलावा भी अन्य कई शर्तें हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए यह काम दिया जाना है। उम्मीद जताई जा रही है कि कड़ी मशक्कत के बाद इस बार फोरलेन का कार्य किसी एक कंपनी को दिया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो चंबाघाट-वाकनाघाट फोरलेन का कार्य जल्द शुरू होगा।

45 मीटर होगी चौड़ाई

परवाणू-वाकनाघाट फोरलेन 45 मीटर चौड़ा होगा। इस फोरलेन में चार सुरंगें, एक टोल प्लाजा तथा 22 पुलों का निर्माण किया जा रहा है। इसके आलावा कंडाघाट में एक बाइपास भी प्रोजेक्ट में शामिल है।