चार वन अफसरों से घंटों पूछताछ
वन विभाग की ओर मुड़ी कोटी कटान मामले की जांच
शिमला— कोटी वन कटान मामले में पुलिस की जांच अब वन विभाग की ओर मुड़ गई है। पुलिस ने कटान को लेकर बुधवार को वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को थाने में तलब कर पूछताछ की। पुलिस थाना ढली में कई घंटों तक विभाग के चार अधिकारियों और दो वन रक्षकों और आरोपी भूपराम से पूछताछ की गई। हालांकि शिमला वन मंडल के सीसीएफ को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह स्टेशन से बाहर होने के कारण इस पूछताछ में शामिल नहीं हो पाए। ऐसे में अब उनसे पुलिस गुरुवार को पूछताछ करेगी। इस पूछताछ में अधिकारियों ने कटान की पहले से जानकारी होने से साफ इनकार किया है। पुलिस आगे भी अधिकारियों को जांच के लिए तलब कर सकती है। बुधवार को ढली थाने में डीएफओ अमित शर्मा, एसीएफ ओपी चंदेल, कोटी में तैनात रेंज आफिसर अनु ठाकुर, बीओ विक्की चौहान, मौजूदा समय में कार्यरत वन रक्षक पवन और सेवानिवृत्त वनरक्षक हरिसिंह से पूछताछ की गई। डीएसपी दिनेश शर्मा की अगवाई में यह पूछताछ कई घंटों तक चली। बताया जा रहा है कि थाने में अधिकारियों और कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की गई। वन अधिकारियों से पुलिस ने पेड़ों के कटान की जानकारी के बारे में पूछा गया। पुलिस ने अधिकारियों से सवाल किए किए आखिर इतने लंबे समय से कोटी में वन कटान हो रहा था, उनको इसकी जानकारी क्यों नहीं रही। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों ने कटान की पहले से जानकारी होने से साफ इनकार किया और कहा कि कटान का पता चलने पर ही इसकी शिकायत पुलिस को उनकी ओर से ही दी गई थी। वहीं इस कटान की सारी लकडि़यां बरामद की गई हैं। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि इसमें वन रक्षक की संलिप्तता के बारे में विभाग की ओर से जांच हो रही है और इस मामले में सेवानिवृत्त वन रक्षक हरिसिंह को चार्जशीट किया गया है। बहरहाल अब पुलिस जहां यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अवैध कटान की जानकारी वन अफसरों को इतने लंबे समय से थी या नहीं, वहीं यह भी जांच की जा रही है कि इस वन कटान के पीछे कहीं बड़े व प्रभावशाली लोग शामिल तो नहीं हैं। पुलिस ने भूपराम से भी पूछताछ कर यह जानने का प्रयास किया है कि वन कटान की जानकारी विभाग के किन अधिकारियों और कर्मचारियों को रही है। यह भी पूछा गया कि आखिर वन कटान की लकड़ी किन-किन लोगों को सप्लाई की गई है। जैसा कि बताया जा रहा है कि इस कटान की लकडि़यां कई बड़े लोगों तक पहुंचाई गई हैं, इसकी भी पुलिस तहकीकात कर रही है। उल्लेखनीय है कि कोटी वन रेंज के शलोट में देवदार, चीड़ और बान समेत कई प्रजातियों के 416 पेड़ काटे गए थे। यह कटान पिछले लंबे समय से चल रहा था, लेकिन इस बारे में विभाग के अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी। वन विभाग को इस बारे में कुछ समय पहले ही इसका पता चला। उधर, डीएसपी दिनेश शर्मा ने कहा कि कोटी रेंज में हुए वन कटान के मामले में वन अफसरों और कर्मचारियों से पूछताछ की गई है। एक अधिकारी शहर से बाहर होने की वजह से जांच में शामिल नहीं हुए। उनको गुरुवार को थाने में बुलाया गया है।
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