चूहे खा रहे बच्चें का राशन

बाल विकास विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल, कमरे में गंदगी से हाल खराब

पंचरुखी – एक ओर सरकार बाल विकास विभाग के माध्यम से बच्चों, लड़कियों व महिलाओं को पौष्टिक आहार वितरित करने का दावा कर रही हैं। इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन संबंधित विभाग को इसकी परवाह नहीं है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में सही तरीके से अन्न या अन्य वस्तुएं वितरित हो रही है या नहीं।  विभाग मात्र कागजी कार्रवाई पूरा करने में जुटा हुआ है, जबकि जमीनी स्तर पर कार्य कैसा है इसकी जांच करने की जहमत नही उठा रहा है। इसका ताजा उदाहरण बाल विकास परियोजना विभाग पंचरुखी के तहत एक आंगनबाड़ी केंद्र में देखने को मिला। जहां राशन से भरे कमरे में गंदगी का साम्राज्य नजर आया व राशन को चट करते चूहे भी नजर आए । हैरानी तो इस बात की है कि यहां कार्यरत कर्मचारियों ने भी सफाई की जहमत नहीं उठाई या फिर शायद कमरा खोला ही नहीं जाता था । राशन वितरित न करने से सारा खराब हो गया है, जिसकी जांच होना अनिवार्य है ।  लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि राशन की जांच की जानी चाहिए।  जब इस बारे में  कार्यवाहक सीडीपीओ मधु राणा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि जल्द इस मामले की जांच की जाएगी।