जैदी-पुलिस कर्मियों की न्यायिक हिरासत बढ़ी

शिमला— कोटखाई गैंगरेप-मर्डर मिसट्री से जुड़े सूरज हत्याकांड मामले में सलाखों के पीछे खड़े आईजी जहूर जैदी व अन्य पुलिस कर्मचारियों को फिर से राहत नहीं मिल पाई है। वॉयस सैंपल के मामले में सुनवाई के बाद अदालत ने इन सभी पुलिस कर्मियों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। पुलिस कर्मियों की न्यायिक हिरासत 13 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी गई है। इन सभी को इससे पहले 30 जनवरी को अदालत के सामने पेश किया जाएगा। सोमवार को पूर्व आईजी जहूर जैदी समेत सभी नौ पुलिस कर्मियों की वॉयस सैंपल केस में पेशी हुई, जहां से सभी को 13 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इससे पहले भी उन्हें अदालत से राहत नहीं मिल पा रही है। आईजी जहूर जैदी के साथ आठ पुलिस कर्मी सूरज हत्या मामले में 29 अगस्त को सीबीआई के शिकंजे में आए थे, जबकि शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी को 16 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी पुलिस कर्मी छात्रा हत्याकांड से जुड़े सूरज हत्याकांड मामले में लॉकअप में हैं। छात्रा चार जुलाई को कोटखाई से लापता हुई थी और छह जुलाई को सुबह उसकी लाश जंगल से मिली थी। इस मामले में पुलिस की एसआईटी ने सूरज समेत कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में सूरज की पुलिस लॉकअप में हत्या हो गई थी और इसका आरोप दूसरे आरोपी राजू पर लगा था। बाद में मामला सीबीआई को सौंपा गया और सीबीआई ने सूरज हत्या मामले में आईजी जैदी समेत आठ पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद राजू समेत अन्य बचे पांच आरोपियों को जमानत मिल गई।