डगशाई में थमी विकास की रफ्तार

धर्मपुर(सोलन) – पर्यटक नगरी व सैन्य क्षेत्र डगशाई में पिछले सत्र पारित हुए एक करोड़ से अधिक के बजट से जमीनी स्तर पर अभी तक कोई विकास नहीं दिखाई दे रहा है। यह बात छावनी परिषद डगशाई के उपाध्यक्ष चितरंजन स्याल पत्रकारवार्ता के दौरान कही। इस दौरान अन्य पार्षदों ने भी छावनी प्रशासन पर कई प्रकार के गंभीर आरोप लगाए। छावनी पार्षदों ने छावनी प्रशासन के ऊपर मुख्य बिंदुओं पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि छावनी परिषद बोर्ड बैठक कई महीनों तक नहीं करवाई जाती है, जिसके कारण क्षेत्र में विकास कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। साथ ही बोर्ड में जिन एजेंडों को प्रस्तुत किया जाता है, उन एजेंडों को बिना सलाह किए छावनी प्रशासन खुद तैयार करता है व जो भी वार्षिक बजट तैयार किया जाता है उससे जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं होते है। वहीं, दूसरी ओर छावनी परिषद डगशाई तक पहुंचने वाली तीनों सड़कों की हालत पिछले 40 वर्षों से खस्ताहाल है। डगशाई एक पर्यटक स्थल है और यहां पर दूर-दूर से लोग घूमने आते है। परंतु सड़कों की दुर्दशा को देखते हुए पिछले कुछ समय से पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है। वहीं, छावनी के उपाध्यक्ष चितरंजन स्याल ने छावनी परिषद पर आरोप लगाते हुए कहा कि छावनी प्रशासन को पत्र लिखकर जवाब मांगा जाता है, लेकिन हमारे लिखित पत्र का जवाब नहीं दिया जाता। इसके अलावा डगशाई में स्वास्थ्य सेवाओं के भी बुरे हाल हैं। इस अवसर पर छावनी परिषद के उपाध्यक्ष चितरंजन स्याल सहित पार्षद सुकन्या गर्ग, मनीष शर्मा, राकेश, विकास अग्रवाल मौजूद रहे।

अभी तक नहीं हो पाए चुनाव

छावनी परिषद के वार्ड एक में पार्षद द्वारा एक वर्ष पहले अपना इस्तीफा दे दिया गया है, लेकिन अभी इस सीट पर दोबारा से चुनाव नहीं करवाए गए हैं। जबकि इस बारे कई बार प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है।