ड्रग्स इल्यूटिंग स्टेंट 27890 में

नपीपीए ने किया कीमतों में फेरबदल, 7400 रुपए बेयर मेटल स्टेंट का नया दाम

बीबीएन— नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथारिटी ऑफ इंडिया ने स्टेंट की कीमतों में फेरबदल कर दिया है। एनपीपीए ने ड्रग्स इल्यूटिंग स्टेंट की अधिकतम कीमत 27,890 रुपए और बेयर मेटल स्टेंट की अधिकतम कीमत 7660 रुपए तय की है। यह सभी कीमतें जीएसटी के बिना हैं। नई कीमतें 13 फरवरी से लागू हो जाएंगी, जोकि 31 मार्च 2019 तक प्रभावी रहेगी। मौजूदा समय में ड्रग्स इल्यूटिंग स्टेंट 30180 रुपए में व बेयर मेटल स्टेंट 7400 रुपए में मिल रहे थे, लेकिन सोमवार को एनपीपीए ने ड्रग्स इल्यूटिंग स्टेंट की कीमत में जहां कटौती की है, वहीं बेयर मेटल स्टेंट की कीमत में इजाफा किया है। एनपीपीए ने एनपीपीए स्टेंट निर्माताओं सहित सभी हितधारकों के साथ विभिन्न स्तरों पर चर्चा के बाद सोमवार शाम को स्टेंट की कीमतों में किए गए संशोधन की अधिसूचना जारी कर दी। एनपीपीए के सदस्य सचिव राकेश रंजन के हवाले से जारी आदेशों में कहा गया है कि स्टेंट की कीमतों में संशोधन के लिए पांच, आठ व 12 फरवरी को हुई बैठकों में स्टेंट निर्माताओं सहित मरीजों से जुडे़ हर पहलू पर चर्चा की गई, उसके बाद नई कीमतें जारी की गई हैं।  दवा मूल्य नियंत्रण आदेश 2013 की पहली अनुसूची के तहत संशोधित कीमतें आगामी एक साल तक प्रभावी रहेंगी। एनपीपीए ने स्टेंट निर्माताओं को कड़े निर्देश दिए हैं कि इसके  उत्पादन व  आपूर्ति नियमित बनाए रखें।  अगर कोई निर्माता, वितरक या विक्रेता स्टेंट की तय कीमत से अधिक या तय किए गए ट्रेड मार्जिन से ज्यादा कीमत लेता है तो उससे यह कीमत ब्याज सहित वसूल की जाएगी।

क्या है कोरोनरी स्टेंट

कोरोनरी स्टेंट की आकृति ट्यूब के समान होती है, जिसे हृदय रोग के उपचार के दौरान हृदय में रक्त प्रवाह करने वाली नलिकाओं में लगाया जाता है, यह धमनी-शिराओं को खुला रखते हैं। बीते साल इन्हें अधिकतम खुदरा मूल्य 25 हजार से 1.98 लाख रुपए तक की कीमत पर बेचा जा रहा था।

कंपनियां वसूल रही 400 फीसदी तक का मार्जिन

केंद्र सरकार ने स्टेंट की कीमतों में भारी कटौती करने के बाद अब कार्डियक बैलून कैथेटर, कार्डियक गाइडवेयर कार्डियक गाइडिंग कैथेटर, कार्डियक ड्रग एलाइंग बैलून या कटिंग बैलून की अधिकतम कीमतें तय करने की दिशा में भी कदमताल शुरू कर दी है। एनपीपीए के आकंड़ों के आधार पर  पाया है कि इन डिवाइस पर 62 से 400 फीसदी तक का मार्जिन वसूला जा रहा है। अब एनपीपीए ने सभी स्टेकहोल्डर से इस संबंध में 15 मार्च तक टिप्पणियां व सुझाव आमंत्रित किए हैं।