दलेड़ पहुंची स्वास्थ्य महकमे की टीम

लडभड़ोल  —ग्राम पंचायत दलेड़ के तीन गांवों सिल्ह, भगेड़ व कसैड़ा  में उल्टी-दस्त के मरीजों के मामले में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने  दौरा कर पीडि़त व्यक्तियों का उपचार किया। लडभड़ोल स्वास्थ्य केंद्र से खंड चिकित्सा अधिकारी डा. एके सिंह के नेतृत्व में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जोगेंद्र ठाकुर सहित अन्य स्टाफ शामिल रहा।  उन्होंने इन गांव का दौरा किया, जिसमें 20 मामले सामने आए हैं,  जिसमें अपर सिल्ह से लीला देवी (78), लता देवी (45), मस्तां देवी (55), सैना देवी (45), राधा देवी (35), व्यासां देवी (50), दीपा देवी (40), सकीना देवी (50), भावना देवी (15), अनन्या (3), आयुश (15), अवतार (10), सैना देवी (42), संतोषी देवी (30), सुर्यांश (6), अभिनव (9) व भगेड़ गांव के बुद्धि सिंह (63) वर्ष, भ्रेवती देवी (50), सत्या देवी (50) व गिरजा देवी (60) शामिल हैं। खंड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सोमवार शाम सात मरीज स्वास्थ्य केंद्र में आए थे, जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। मंगलवार को दो गांवों में करीब बीस मरीजों का उपचार घर में ही किया गया और एहतियात के तौर पर अन्य गांववासियों को दवाइयां दी गईं और उन्हें पानी उबाल कर पीने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि यह रोग जलजनित रोग है, जो दूषित पानी से होता है।  उन्होंने बताया कि ऐसी कोई गंभीर बात नहीं है और स्थिति नियंत्रण में है। पानी का सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेज दिया गया है। उधर, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रदीप राठौर का कहना है कि उपरोक्त गांव को डब्ल्यूएसएस योजना सिल्हक्वार व गागल सिमस कलैहडू भगेड़ दो अलग-अलग पेयजल योजनाओं से पेयजल दिया जाता है और सिल्ह भगेड़ के साथ अन्य छह गांव को भी यही पेयजल दिया जाता है। अन्य गांव से कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है। स्थानीय पंचायत के पदाधिकारियों की उपस्थिति में समय-समय पर पेयजल सैंपल लेकर टेस्ट करवाया जाता है। रोग किन्हीं अन्य कारणों से हुआ है। अगर पेयजल दूषित होता तो इस पेयजल से अन्य गांव भी प्रभावित हो सकते थे। फिलहाल सभी जल स्रोतों पर नजर रखी जा रही है।