‘दिव्य हिमाचल’ के मंच पर छाया रितेश

 दौलतपुर चौक — नगर पंचायत दौलतपुर चौक के साथ लगते राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पिरथीपुर के नौवीं के छात्र रितेश ने प्रदेश के अग्रणी मीडिया ग्रुप ‘दिव्य हिमाचल’ द्वारा हिमाचल की आवाज कार्यक्रम में फाइनलिस्ट बनकर अपनी आवाज का लोहा प्रदेश स्तर पर मनवाया। इससे क्षेत्र में हर्ष की लहर है और उसे बधाइयों का तांता लग गया है। गौर रहे इस कार्यक्रम में पूरे हिमाचल में लगभग 1300 गायकों ने हिस्सा लिया। रितेश ने चार वर्ष पूर्व अपनी मां सुदेश कुमारी का सिर से साया उठ जाने पर भी हिम्मत नहीं हारी और टॉप नाइन में जगह बनाने में कामयाब रहे और इसी वजह से उसे बधाइयों का तांता लग गया है। रितेश क्षेत्र में एक गायक के रूप में प्रसिद्ध हो गए हैं। रितेश के पिता सुखदेव सिंह पिरथीपुर में दर्जी की दुकान कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। सुखदेव सिंह ने बेटे को सही मंच प्रदान करने के लिए ‘दिव्य हिमाचल’ का आभार जताया है। रितेश ने बताया कि उसे बचपन में ही गायकी का शोक था और गत वर्ष जब उन्होंने दौलतपुर चौक में रामलीला मंचन के दौरान एक गाना गाया तो उनकी प्रतिभा को डेरा अंबोआ के गद्दीनशीन बाबा राकेश शाह ने पहचान लिया और उनकी आर्थिक सहायता की। रितेश ने बताया कि बाबा राकेश शाह ने ही उसे प्रख्यात संगीतज्ञ प्रो. डा. परमहंस आहूजा के पास ले जाकर सुरों की बारीकियों की जानकारी दिलाई। इस वजह से वह जिला ऊना के एक छोटे से गांव पिरथीपुर से निकलकर इतने बड़े मुकाम तक पहुंच पाया। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता सुखदेव सिंह, बाबा राकेश शाह और डा. परमहंस आहूजा को दिया है। उधर, रितेश के पिता सुखदेव सिंह ने बताया कि उनके पास इतना पैसा नहीं की रितेश को सुरों की शिक्षा दिला पाएं। रितेश ने बताया कि वह छोट-छोटे जागरणों में गाकर अपनी पढ़ाई और अन्य खर्चे पूरे कर रहा है।