नया कैंपस बजट से बाहर

शिमला —हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कैंपस विस्तार की  योजना नए सत्र में भी पूरी नहीं होगी। इस योजना के पूरा न होने के कयास यहीं से लगाए जा सकते हैं कि इस वर्ष 2018-19 के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से तैयार प्रस्ताव में इस कैंपस को बनाने के लिए बजट में शामिल ही नहीं किया गया है। एचपीयू का यह कैंपस घणाहट्टी में बनना है । इसके लिए सरकार की ओर से चार साल पहले जमीन मुहैया करवा  दी गई है लेकिन अभी तक इस जमीन पर फोरेस्ट कंलीयरेंस न मिलने से मामला अटका पड़ा है।  सरकार ने 140 बीघा जमीन एचपीयू को कैंपस बनाने के लिए यहां दी है, लेकिन इस जमीन की फोरेस्ट क्लीयरेंस न मिल पाने के चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है। एचपीयू पर बढ़ते दबाव की वजह से शहर से 15 किलोमीटर दूर घणाहट्टी में कैंपस के निर्माण के लिए जमीन चिन्हित की गई है। इस जमीन पर एचपीयू के नए कैंपस का निर्माण कर नए विभागों के साथ सभी सुविधाएं भी छात्रों को मुहैया करवाई जानी है। एचपीयू के पास वर्तमान में जो कैंपस है वो विवि में चल रहे कोर्सेस  के लिए नकाफी है।  पिछले एक दशक में कैंपस में हुई कंस्ट्रक्शन के बाद अब घणाहट्टी में ही विस्तार के लिए जगह बची है लेकिन इस जमीन का मसला न सुलझने से यहां कैंपस का निर्माण नहीं किया जा रहा है। हालांकि विवि प्रशासन द्वारा वर्ष 2015 में इस जमीन पर  नए कैंपस का निर्माण कार्य भी शुरू करना था, ताकि जल्द से जल्द इस स्थान पर कैंपस का निर्माण कर छात्रों को सुविधा प्रदान करवाई जा सके।  प्रशासन द्वारा इस नए कैंपस में प्रोफेशनल और जॉब ओरियंटेड कोर्स चलाए जाने की योजना है। इसके तहत बीबीए, बीसीए, बीएड और लॉ के अलावा अन्य जॉब ओरिएंटेड कोर्स भी चला कर इनसे जुड़ी हर सुविधा छात्रों को मुहैया करवाएगा। कैंपस में जगह न होने के कारण विवि प्रशासन के भवन निर्माण नहीं हो पा रहा है। अभी तक कुछ कोर्स ऐसे हैं, जहां बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है लेकिन कैंपस में जगह न होने की वजह से इस समस्या का समाधान भी नहीं हो  पा रहा है। हालांकि, एचपीयू का वर्तमान कैंपस काफी फैला हुआ है, लेकिन जगह की कमी के कारण विवि प्रशासन नए भवन नहीं बना पा रहा है। इक्डोल में पढ़ाई करने वाले छात्र अभी पुराने भवन में ही पढ़ाई करने को मजबूर हैं। जो भवन भी बने हैं, वे भी दूसरे की जमीन पर है, ऐसे में विवि को इस जमीन पर फोरेस्ट कंलीयरेंस मिलने का इंतजार था। विवि ने बजट सत्र 2017-18 में तो इस कैंपस के निर्माण के लिए बजट की मांग सरकार से की थी, लेकिन मामले के  न सुलझने से अब इस वर्ष विवि ने कोई बजट इस कैंपस के निमार्ण के लिए नहीं मांगा है।