नलवाड़ी मेले का लोगो लांच

बिलासपुर  —17 मार्च से बिलासपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले को लेकर जिला प्रशासन ने नलवाड़ी मेले को एक नया नाम दिया है। पहले इसे नलवाड़ी मेले से जाना जाता था, परंतु मंगलवार को डीसी ऑफिस के बजट भवन में आयोजित प्रैसवार्ता ने उपायुक्त विवेक भाटिया ने पिपल फेस्टीवल नलवाड़ी  दिया गया है। यहीं, नहीं प्रशासन ने पहली दफा नलवाड़ी मेले को लेकर एक लोगो भी लॉच किया है। जो बिलासपुर नलवाड़ी मेले को लेकर  एक नए आयोजन की शुरूआत है। इसी के साथ लोगो में बिलासपुर की प्रवृत्तियां भी दर्शाई गई हैं। इसमें बिलासपुर के ऐतिहासिक जलमग्न मंदिर, लक्ष्मी नायारण मंदिर, लुहणू क्रिकेट स्टेडियम, बच्छरेटू किला, एशिया का सबसे लंबा पुल कंदरौर, मां नयनादेवी, वाद्य यंत्र, ऋषि वेद व्यास, रूखमंणी कुंड, पैराग्लाइडिंग, बाबा नाहर सिंह मंदिर दर्शाए गए हैं।  प्रशासन का कहना है कि यह लोगो मेले के दौरान पूरे शहर के साथ-साथ मेले में भी लगाए जाएंगे। जिसमें लोगों को हर राह पर यह लोगो देखने को मिलेंगे। उपायुक्त ने बताया कि इस लोगो को बनाने के लिए कई दिनों से जिला प्रशासन मेहनत कर रहा था। वहीं इस लोगो को बिलासपुर की एक निजी कंपनी में कार्यरत विवेक कुमार ने बनाया है। उसांस्कृतिक संध्या को लेकर भी कुछ नए बदलाव किए है। इसमें एक संध्या ऐसी होगी, जिसमें सिर्फ लोकल व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ही आयोजन होगा। इस संध्या में बिलासपुरी कार्यक्रम व अन्य हिमाचली कार्यक्रम होंगे। इस नाइट में कोई भी स्टार कलाकार नहीं होगा।

संध्याओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार

नलवाड़ी मेले की सांस्कृतिक संध्या में इस बार अंतरराष्टी्रय स्तर के कलाकार भी दिखेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन तैयारियां कर रहा है। उपायुक्त का कहना है कि नलवाड़ी मेले की संध्याओं को लेकर वह तिब्बत आर्ट की झलकियां भी दिखाई जाएगी। जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को बिलासपुर में बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी उनसे बात हो रही है जल्द ही उनसे इस नाइट के बारे कंफर्म कर लिया जाएगा।

अधिकारियों ने मेले को दिया आधा वेतन

नलवाड़़ी मेले को लेकर डीसी और एसपी ऑफिस के अधिकारियों समेत कर्मचारियों ने अपने आधे दिन का वेतन नलवाड़ी मेले के खाते में दिए है। इसमें प्रशासन ने 63 हजार रुपए इकठ्ठे करके नलवाड़ी मेले के अकाउंड में जमा भी करा दिए है। वहीं, यह पहली दफा है, जब कोई अधिकारी व कर्मचारी अपने आधे दिन का वेतन नलवाड़ी मेले को बेहतरीन बनाने के लिए लगाया है।