नेरचौक में गोली से ग्रामीण की मौत

चकराढी में स्कूटर स्किड होने से अचानक दब गया बंदूक का ट्रिगर

नेरचौक — जंगली जानवरों के आंतक से फसलों की रखवाली के लिए रखी टोपीदार बंदूक की गोली (छर्रे) से एक व्यक्ति  की मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के नेरचौक के चकराहड़ गांव के होशियार सिंह व प्रीतम कुमार रविवार सुबह छह बजे रात भर अपने खेतों में पहरा देकर थके-हारे अपने दोपहिया वाहन पर घर लौट रहे थे तो गांव के एक व्यक्ति ने भी लिफ्ट ली।  घर से कुछ दूरी पर बाबा बालक नाथ मंदिर के समीप पहुंचने पर तीसरा व्यक्ति स्कूटर पर से उतर गया, जिसके उपरांत चकराढी स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर के समीप पहुंचते ही चढ़ाई होने के कारण स्कूटर अनियंत्रित होकर पीछे के ओर गिर पड़ा , जिस पर स्कूटर सवार युवक भी नीचे गिर गए।  जिससे कंधे पर लटकी टोपीदार बंदूक चल गई और छर्रे सीधे 38 वर्षीय होशियार सिंह के सीने के आर-पार हो गए। गंभीर रूप से घायल होशियार सिंह ने थोड़ी देर में घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। होशियार सिंह के साथ स्कूटर पर सवार प्रीतम और अन्य युवक नरेद्र ने हादसे के तुंरत बाद बल्ह थाना में सेरेंडर कर दिया। पुलिस के साथ फोरेंसिक विभाग की टीम ने भी मौके पर पंहुचकर जांच शुरू कर दी। वहीं,पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।  पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है। उक्त घटना होशियार सिंह के परिजनों में दो छोटे-छोटे बेटों, पत्नी व मां को उम्र भर का गम दे गई। होशियार सिंह के पिता, भाई व बहन की पहले ही मृत्यु हो चुकी है,  जिस कारण वहीं अपने परिवार में कमाने वाला एकमात्र सहारा था और वह भी भगवान ने छीन लिया । होशियार सिंह नकदी फसलों को उगा अपने परिवार का गुजर-बसर करता था।  लेकिन क्षेत्र में जंगली जानवरों के आतंक से बचाने हेतु रखा शस्त्र एक दिन उसी की ही जान ले लेगा, यह शायद किसी ने नहीं सोचा था। बल्ह थाना के डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने 304 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।