परंपराओं से हटकर सरकार

By: Feb 5th, 2018 12:05 am

पहले शीतकालीन प्रवास पर कांगड़ा पहुंची हिमाचल सरकार ने इस बार परंपराओं से हटकर शुरुआत की । बेशक घोषणाओं का दौर ढर्रे पर ही रहा, लेकिन मुख्यमंत्री जयराम का जनता से सीधे संवाद नई और सराहनीय पहल है। सीएम जनता की मांगों को भी गंभीरता से ले रहे हैं और मौके पर ही निपटाने के आदेश दे भी रहे हैं। जयराम के काम का यह तरीका लोगों को भी खूब भा रहा,इसी प्रवास की तफतीश कर रहे हैं पवन कुमार शर्मा और तनुज सैणी…

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने परंपराओं व बड़े कद की दूरियों से हटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैली को अपनाते हुए सहज ढंग से जनता से मिलने की उत्सुकता दिखाई। वह भीड़ व सुरक्षा की परवाह किए बगैर सबसे पहले फरियादियों को तरजीह दे रहे थे। इसकी लोगों ने सराहना ही नहीं की, बल्कि इसे नई पहल के रूप में भी देखा जा रहा है। अब समाज का बुद्धिजीवी वर्ग भी यह कह रहा है कि उद्घाटनों व शिलान्यासों के लिए भागमभाग की  राजनीति को तरजीह देने के बजाय मुख्यमंत्री को शीतकालीन प्रवास के दौरान जन समस्याओं को सुनना चाहिए, जिससे हर व्यक्ति का समस्या प्रदेश के मुख्यमंत्री के ध्यान तक पहुंच सके और उन्हें राहत भी मिल सके। मुख्यमंत्री की सादगी और लोगों से मिलने का तरीका सबकोें भाने लगा है। लोगों में इस बात की भी खुशी है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विकास को रफ्तार देने में जुट गए हैं और जनता से भी मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों के मन में जगह बनाने के लिए  जो पहल की है काबिले तारीफ है। आने वाले समय में प्रदेश सरकार प्रदेश के विकास को कहां तक पहुंचाती है यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन सीएम ने जनता से जुड़ने की पहल की है, वह सराहनीय है।

निजी सहायक नहीं खुद सीएम ले रहे प्रार्थना पत्र

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का सीधे जनता से जुड़ने और उनके दिलों में भरोसा जगाना एक नई पहल है।  लोगों के हाथ से उनकी प्रार्थनाओं की चिट्ठियां लेकर आम तौर पर अपने निजी सहायकों को थमाने के रिवाज को छोड़कर वह खुद मौके पर ही पढ़ रहे हैं, जो काम ऑन दि स्पॉट होने वाला है, उसको मौके पर ही निपटा दे रहे हैं। अधिकारी वर्ग भी मुख्यमंत्री  के इस रवैये को देख कर हैरत में हैं। कुछ अधिकारी  इतना भी कहते हुए सुने गए कि अब तो हमें भी पुराना कल्चर बदलना पड़ेगा।

लोगों तक खुद पहुंच रहे जयराम

शीतकालीन प्रवास के बहाने निचले हिमाचल के लोग अपने मुख्यमंत्री से सीधे संवाद कर रहे हैं। सीएम भी जनता के प्रति लगाव दिखाते हुए स्वयं हर नागरिक तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं।  उद्घाटनों एवं शिलान्यासों के बजाय लोगों की फरियादों को सुनने का मुख्यमंत्री का अंदाज भी हर किसी को भा रहा है। जब भीड़ की परवाह किए बगैर सीएम जयराम ठाकुर स्वयं आगे जाकर पीछे खड़े व्यक्ति तक पहुंच बना रहे हैं, तो लोग उनके इस स्नेह के खासे कायल हो रहे हैं।

इस बार बदला-बदला नजारा

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शीतकालीन प्रवास में बदला-बदला सा नजारा देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री जनसमस्याओं को सुन ही नहीं रहे, त्वरित राहत भी प्रदान कर रहे हैं। मौके पर ही स्वीकृत कर रहे हैं, जिसे जनता भी खूब सराह रही है। उद्घाटन एवं शिलान्यास स्थलों पर भी सीएम को देखने और उनसे मिलने को अनेकों लोग पहुंच रहे हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता का आभास हो रहा है।

नया वर्किंग स्टाइल जनता को भाया

नए मुख्यमंत्री का नया  वर्किंग स्टाइल ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को खूब रास आ रहा है। भले ही अपने पहले शीतकालीन प्रवास में जयराम ठाकुर हर उस जगह जा रहे हैं,जिसे अफसरशाही ने उद्घाटन या फिर शिलान्यास के लिए चिन्हित किया हुआ है, लेकिन सीएम सरकारी रूपरेखा को पूरी तरह से जनता से मेल-मिलाप में बदल रहे हैं। जितनी चुस्ती से वह उद्घाटनों और शिलान्यासों को निपटा कर जनता के बीच पहुंच रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा फुर्ती से मुख्यमंत्री उस कामकाज को निपटा रहे हैं जो आम आदमी के घर-परिवार और सामाजिक जरूरतों से जुड़ा हुआ है।

नई सरकार ने बैजनाथ से किया शीतकालान प्रवास का आगाज

अपने पहले शीतकालीन प्रवास पर कांगड़ा जिला में पहुंची मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली  भाजपा सरकार ने जिला के कई हलकों का दौरा किया। सरकार ने बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रवास शुरू किया था। इसके बाद  पालमपुर विधानसभा क्षेत्र  में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। धर्मशाला हलके में भी लोगों की समस्याआें को सुनने के अलावा विभिन्न परियोजनाएं जनता को समर्पित की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने नगरोटा विधानसभा क्षेत्र, जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र, सुलाह विधानसभा क्षेत्र, ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र का भी दौरा किया। इसके अलावा अपने प्रवास के अंतिम दिन प्रदेश सरकार ने शाहपुर तथा जवाली हलके में लोगों की मांगों को पूरा किया।

इन हलकों में नहीं पहुंच पाई सरकार

अपने पहले शीतकालीन प्रवास पर पहुंची हिमाचल सरकार जिला कांगड़ा के करीब आधा दर्जन विधानसभा क्षेत्रों का दौरा नहीं कर पाई।  इसमें   कांगड़ा, जसवां परागपुर, देहरा, नूरपुर, फतेहपुर तथा इंदौरा हलकों में सरकार का कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं हो पाया। इन हलकों की जनता ने भी अपनी समस्याएं सरकार के समक्ष पहुंचाने के लिए संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के समीपवर्ती दूसरे हलके में होने वाले कार्यक्रमों में पहुंच कर मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।

सियासत के शिकार प्रोजेक्ट अब होंगे साकार

सीयू,सीमेंट कारखाना,होली-उतराला सुरंग, रोप-वे, विवेकानंद अस्पताल की बंधी आस

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने शीतकालीन प्रवास के दौरान उन विवादित व बड़े मुद्दों को छूने से भी गुरेज नहीं किया, जिन पर परत चढ़ चुकी थी। पिछले कई वर्षों से फाइलों में झूल रहे मुद्दों को धरातल पर लाने का दावा कर मुख्यमंत्री ने जनता को नई आस बंधाई है। मुख्यमंत्री ने होली-उतराला सुरंग के महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को शुरू करने के आश्वासन से कांगड़ा-चंबा के करीब आने की बड़ी आस जगाई है। इस बड़े प्रोजेक्ट के बनने से चंबा से आकर कांगड़ा में बसे हजारों परिवारों की उम्मीदें जवां हो गई हैं। चंबा में सीमेंट उद्योग लगाने को मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद इसके पूरा होने की भी उम्मीद है। अब तक राजनीति का शिकार रहे केंद्रीय विश्वविद्यालय का काम जल्द शुरू करने के मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद शिक्षा के इस बड़े केंद्र को भी संजीवनी मिलती दिख रही है। छात्रों को सस्ती दरों पर उच्च शिक्षा मुहैया करवाने वाला केंद्रीय विश्वविद्यालय करीब एक दशक से राजनीति के झूले में ही झूल रहा है। इसके अलावा धौलाधार टूरिज्म सर्किट और धौलाधार एक्सप्रेस-वे के  निर्माण से मंडी, कांगड़ा व चंबा में पर्यटन का नया सर्किट जुड़ सकता है। पालमपुर रोप-वे, सौरभ वन विहार, पालमपुर नगर निगम, कांगड़ा टाउन हाल सहित शांता कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट विवेकानंद अस्पताल के कार्य को पूरा करने की नई सरकार ने आस बंधा दी है।

जहां-जहां गए सरकार, वहां लगाई सौगातों की बौछार

मिड हिमालयन निदेशालय धर्मशाला में

जंदराह आयुर्वेद औषधालय शहीद के नाम पर

पहले शीतकालीन प्रवास पर कांगड़ा पहुंची प्रदेश सरकार ने विभिन्न घोषणाएं कर लोगों की समस्याआें को दूर करने का भी कार्य किया। इसमें सरकार ने कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं कर भी जनता को लाभान्वित किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान ही प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में स्रोत निरंतरता तथा जलवायु रोधक वर्षा पोषित कृषि की एकीकृत परियोजना (मिड हिमालयन) का मुख्य परियोजना निदेशालय स्थापित करने की महत्त्वपूर्ण घोषणा की। साथ ही  नगरोटा बगवां में विद्युत मंडल, ठारू तथा पटियालकड़ पंचायतों के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू करने की भी घोषणा की है। सीएम ने वर्तमान में क्रियाशील गोसदन के लिए 20 लाख रुपए तथा जसाई-रतियाड़ पंचायत में खेल मैदान के लिए 10 लाख रुपए देने का ऐलान किया।

उन्होंने नगरोटा में केंद्रीय विद्यालय की मांग को केंद्र सरकार के समक्ष प्रभावी रूप से उठाने का आश्वासन दिया। सरकार ने कांगड़ा जिला के नकेड़ खड्ड की चैनेलाइजेशन की घोषणा की। वहीं, नकेड़ खड्ड पर पुल के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने तली से बल्ह तक वाया बिलकुआलु के लिए संपर्क सड़क तथा बड़ोह-बाबा बालकरूपी-जंगल सड़क को शीघ्र पूरा करने,घिन्ना-लोहार-लोहाड़ी-जंदराह से सड़क के दूसरे चरण के निर्माण, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लागडू में विज्ञान प्रयोगशाला के निर्माण, खुंडियां में हिमाचल पथ परिवहन निगम के सब-डिपो तथा बस अड्डे की भी घोषणा की। इसके अलावा लोहार-लाहरी-चकबन-घीण जलापूर्ति योजना, आयुर्वेद औषद्यालय जंदराह का नाम बदलकर शहीद जगदीश सिंह राणा आयुर्वेद औषधालय रखने की घोषणा भी की।  मुख्यमंत्री ने जयसिंहपुर  के शिवनगर में महाविद्यालय के लिए पांच करोड़ रुपए देने के साथ  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटलू में अगले शैक्षणिक सत्र से विज्ञान की कक्षाएं आरंभ करने की घोषणा भी की।  आलमपुर से हारसीपत्तन तक सड़क, जिसकी अधिसूचना पूर्व कांग्रेस सरकार ने रद्द कर दी थी,उसे जिला की मुख्य सड़क बनाने की घोषणा की। उन्होंने आलमपुर से लंबागांव तक उठाऊ सिंचाई योजना के लिए 8.5 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की। जयराम ठाकुर ने जयसिंहपुर में हिमाचल पथ परिवहन निगम का उप-डिपो खोलने तथा बस अड्डे के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा भी अपने शीतकालीन प्रवास के दौरान की।

मुख्यमंत्री ने उप-तहसील थुरल को तहसील में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवारना को 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल में स्तरोन्नत करने, पशु औषधालय सुलाह को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने तथा भवारना में लोक निर्माण विभाग का उप मंडल खोलने की घोषणा की।  गुरु रविदास मंदिर भदरोल में सरायं के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए तथा पालमपुर से शिमला के लिए वाया सुजानपुर सुपरफास्ट बस सेवा आरंभ करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने राजकीय डिग्री कालेज थुरल के लिए पांच करोड़ रुपए,  भेडू महादेव के साथ लंबागांव खंड की आठ पंचायतों को जोड़ने का ऐलान किया। उन्होंने परौर, देहरा, लोहरा, पुड़वा मार्ग को मुख्य जिला मार्ग बनाने तथा क्षेत्र में पांच हैंडपंप स्थापित करने की घोषणा की। सीएम ने पालमपुर से बद्दी के लिए वाया सुलाह कंकडैं़ होते हुए सुपरफास्ट बस सेवा आरंभ करने की भी घोषणा की।

अपने शीतकालीन प्रवास के अंतिम दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांगड़ा जिला के शाहपुर तथा जवाली विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने जवाली  में आगामी शैक्षणिक सत्र से जवाली में डिग्री कालेज खोलने की घोषणा की। शाहपुर में मिनी सचिवालय की आधारशिला रखी।

कांग्रेस-भाजपा का भेद किए बिना हर जगह पहुंची सरकार

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर  जिला कांगड़ा प्रवास के दौरान कांग्रेस-भाजपा शासित विधानसभा क्षेत्रों में बिना भेदभाव के पहुंचे। सीएम जयराम ठाकुर ने वर्ष 2012-17 में कांग्रेस समर्थित रहे बैजनाथ, पालमपुर, नगरोटा बगवां, धर्मशाला, जवाली, सुलाह, जयसिंहपुर में पहुंचकर करोड़ों की योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास किए। इतना ही नहीं,जयराम सरकार ने बिना भेदभाव के ही कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल के होने पर भी पालमपुर में पहुंचकर कार्यक्रम किए। इसके अलावा कांग्रेस के जीएस बाली के गढ़ रहे नगरोटा बगवां में पहुंचकर चंगर क्षेत्रों के लिए दिल खोलकर घोषणाएं की।

आधा दर्जन स्थानों पर पहली बार पहुंचे सीएम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के तहत आने वाले आधा दर्जन से अधिक विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों के दौरे किए। इसमें सीएम  पहली बार बैजनाथ, पालमपुर, नगरोटा बगवां, जयसिंहपुर, सुलाह, शाहपुर, जवाली सहित धर्मशाला विधानसभा के कई क्षेत्रों में पहली बार पहुंचे। इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने बड़ी सरलता के साथ आम लोगों के साथ संवाद किया। उन्होंने प्रतिनिधिमंडलों सहित आम लोग जो समस्या लेकर पहुंचे उनकी समस्याओं को भी गहनता से सुना। इतना ही नहीं उन्होंने समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए उन पर तुंरत कार्य भी शुरू किया है। इसके साथ ही कुछ समस्याओं को लेकर संबंधित विभागों को भी निर्देश जारी कर दिए।

देर रात तक सुन रहे फरियाद

28 जनवरी से लगातार सुबह सात बजे से देर रात तक मुख्यमंत्री का दरबार फरियादियों के लिए खुला रह रहा है। सर्किट हाउस से लेकर जनसभा स्थल तक लगने वाली लोगों की भीड़ भी इस बात को दर्शा रही है कि नई॒ सरकार व नए मुख्यमंत्री के प्रति लोगों में कितना लगाव है।


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