पर्यटन के लिए मेगा प्रोजेक्ट

प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, खूबसूरत हिल टॉप के विकास के लिए केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव

सोलन— प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे की स्थापना व खूबसूरत हिल टॉप को पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार हिमाचल में टूरिज्म मेगा योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रदेश के चारों सांसदों के मार्फत यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार को भेजेगी। केंद्र में हिमाचल से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा इस मामले में प्रदेश की पैरवी करेंगे। प्रदेश में पर्यटन को नए पंख लगाने के लिए भाजपा के चारों सांसद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एक विशेष बैठक शीघ्र ही करने जा रहे हैं। केरल, गोवा, गुजरात, राजस्थान व उत्तराखंड आदि कई अन्य राज्यों की तरह प्रदेश के नैसर्गिक सौंदर्य को चार चांद लगाने की मंशा से एक मेगा प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पर्यटन की दृष्टि से जिस स्थान पर जो भी उपयुक्त संभावना होगी, उस पर एक-एक प्रोजेक्ट होगा। यदि पौंग डैम या अन्य किसी नदी पर केरल व गोवा की तर्ज पर वाटर गेम की संभावना होगी, तो वहां के लिए उसी योजना को ध्यान में रखते हुए प्रारूप तैयार किया जाएगा। कई हिल टॉप पर हेलिपैड भी निर्मित करने की योजना है। प्रदेश में प्रारंभिक चरण में कुल दस जगह ऐसी चिन्हित की जाएंगी, जहां मसूरी की तरह गणहिल पर इलेक्ट्रिक ट्राली से जाया जा सके। इसके लिए सोलन का करोल का टिब्बा पहले ही चर्चा में है। प्रमुख पर्यटक स्थलों पर टिंबर ट्रेल की तरह कई रोप-वे बनाने पर योजना बन सकती है। उधर, सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि चारों सांसद प्रदेश सरकार से मिलकर पर्यटन मेगा प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार के पास भेजेंगे। प्रो. वीरेंद्र कश्यप के अनुसार जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार पानी वाले मुख्यमंत्री, प्रो. प्रेम कुमार धूमल को सड़क वाले मुख्यमंत्री के नाम से जाना जाता है, उसी तरह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर्यटन को विकसित करने वाले सीएम से मशहूर हों, ऐसी योजना बनाई जाएगी।

सुधरेगी सड़कों की हालत

उड़ान योजना के तहत प्रदेश में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे के निर्माण का खाका भी तैयार किया जाएगा। सरकार का मानना है कि प्रदेश में पहले से ही कुल 69 राष्ट्रीय उच्च मार्ग स्वीकृत हैं तथा सड़कों की हालत सुधार कर व हवाई सेवाओं को सुदृढ़ करके हिमाचल में पर्यटन को नई दिशा मिल सकती है। स्वास्थ्य व सुरक्षा की दृष्टि से भी हिमाचल पर्यटकों के लिए एक स्विटजरलैंड की तरह ही है।