पांवटा में वन कर्मियों पर फायरिंग

रामपुरघाट में काटुओं ने अंजाम दी वारदात, हवा में गोली चला मौके से फरार

26 पेड़ काट ट्रक में ले जा रहे थे साढ़े पांच लाख की लकड़ी, गाड़ी-माल दोनों जब्त

पांवटा साहिब— सीमांत नगर पांवटा साहिब में अवैध कटान का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। माफियाओं की साल और खैर के बेशकीमती पेड़ों पर बुरी नजर बनी हुई है। मंगलवार रात को उत्तराखंड व हिमाचल की सीमा पर रामपुरघाट में एक बार फिर वनकाटुओं ने खैर के 26 पेड़ काट दिए हैं। इससे पहले कि वन माफिया लाखों की कीमत के खैर काट कर ले जाते वन विभाग की टीम ने जान जोखिम में डालकर मौके पर रेड डाली, लेकिन वन काटुओं ने निहत्थे वन कर्मियों पर फायरिंग कर दी और अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। घटना में किसी कर्मी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वन विभाग व पुलिस ने मौके पर पकड़ा ट्रक (एचआर37-7997) व उसमे रखी लकड़ी सीज कर दी है। काटे गए 26 पेड़ों की लकड़ी की कीमत पांच लाख से अधिक आंकी जा रही है। पिछले दिनों छछेती बीट में रंगे हाथ साल के डह पेड़ काटते पकड़े गए दो वन काटुओं के पास से भी एक दोनाली बंदूक बरामद की गई थी। ऐसे में निहत्थे वन कर्मियों की सुरक्षा पर लगातार सवाल बने हुए हैं। पांवटा क्षेत्र में पहले भी कई बार वन माफिया वन कर्मियों पर फायर कर चुके हैं। रामपुरघाट में एक बोलेरो गाड़ी में सवार गिरोह के लोग यहां बाकायदा एलपी ट्रक लेकर पहुंच थे। इसी बीच वन विभाग को इसकी भनक लगी और गश्त कर रही टीम यहां पहुंची। टीम के सदस्यों ने यहां पेड़ों के कटने व ट्रक में लादने की आवाजें सुनीं, तो मौके पर जाकर देखा तो हैरान हो गए। करीब 25 से 26 लोग अवैध कटान में लगे हुए थे तथा उसे एलपी ट्रक में लाद रहे थे, लेकिन जैसे ही वन कटुओं को वन कर्मियों के वहां पहुंचने की भनक लगी। उन्होंने हवाई फायर किया और अंधेरे का लाभ उठाकर मौके से फरार हो गए। वन रेंज पांवटा के रेंजर हर्ष मोहन ने बताया कि सुविधाओं की कमी के बावजूद उनके कर्मी बेहतरीन काम कर वन संपदा की रक्षा कर रहे हैं। खैर की लकडि़यां कब्जे में ले ली हैं। पुलिस मे मामला दर्ज कर कार्रवाई के लिए मामला दे दिया है। डीएसपी पांवटा प्रमोद चौहान ने बताया कि वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है। फरार आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।