फैसले के खिलाफ एकजुट हुए कांग्रेसी

डीसीसी सदस्य राकेश राणा का किया समर्थन; बोले, नहीं कर सकते भितरघात

धर्मशाला — जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य राकेश राणा के हक में अब उन तमाम पुराने कांग्रेसी फौजियों की जमात खड़ी हो गई हैएजिनकी वजह से धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस खड़ी होती रही है । रविवार को जारी एक बयान में पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष राकेश धीमान,   पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश धीमान  जिला कांग्रेस सदस्य रंजीत चौधरी,  उपाध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस प्रदीप चौधरी, पूर्व जिला परिषद सदस्य हर्भजन चौधरी  प्रनव, विजय कर्ण, प्रधान  बहादुर कपूर, मंजीत चौधरी,  युवा कांग्रेस अधयक्ष विकास चौधरी,  विक्रांत चौधरी झीओल,  हरिश चौधरी  प्रधानए  ठाकुर भाग सिंह पूर्व प्रधानए  उदय जम्वाल,  पुनीश पाधा,  राजीव रॉकी, पूर्व युवा कांग्रेस  अधक्यशा मंजु चौधरी से उपरोक्त नेताओं ने कहा कि राकेश राणा ने पार्टी के खिलाफ  नहीं, बल्कि उस व्यवस्था के खिलाफ आवाज  उठाई है, जिसके तहत धर्मशाला के कांग्रेसी बीते पांच साल से पिसते चले आ रहे हैं । नेताओं ने धर्मशाला के कांग्रेसी नेतृत्व को चेताते हुए यहां तक सलाह दे दी कि अगर नेता जी को कांग्रेस की भलाई तमाम पुराने कांग्रेसियों को साइड लाइन लगा कर नजर आ रही है तो उनको तुरंत प्रभाव से सबको बाहर निकाल देना चाहिए। नेताओं ने याद दिलाते हुए कहा कि जब राकेश राणा बीते विधानसभा चूनावों में पार्टी का पक्ष मीडिया के सामने रखते रहे और पार्टी प्रत्याशी के हक में भाजपा से लड़ते रहे, उनको किस आधार पर भितरघाती का खिताब नेता अपने समर्थकों से दिलवा रहे हैं । नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि राणा मीडिया में नहीं गए थे, मगर नेता अपने समर्थकों के साथ मीडिया में गए हैं । ऐसे में उस राणा को कटघरे में खड़े नहीं किया जा सकताएजिस राणा ने पार्टी के लिए 30 साल तक काम किया । कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वक्त के मुताबिक संगठन में यह तय होता है कि नए चेहरे आते हैं और पुराने भी रहते हैं । असली नेता का काम नए चेहरों के जोश और पुराने चेहरों के होश को साथ चलाना होता है न कि अपने हित मे लड़वाना । नेताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि राणा ने जवाब मांगा है, मगर बदले में दवाब की राजनीति की जा रही है । बयान में यह भी कहा कि राजनीति हमेशा सोशल कल्चर पर चलती है और नेता जी तो कारपोरेट कल्चर पर काम कर के दशकों पुरानी पार्टी को चलाने पर उतारू हुए थे। समाज को सामाजिक ढांचा पसंद है न कि व्यावसायिक। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व भाजपा के उसी कारपोरेट कल्चर पर चल रहा हैएजिसकी वजह से आज मोदी सरकार का जनता में मोहभंग हो रहा है ।