बंद होगी खाद की कालाबाजारी

कृषि मंत्री मार्कंडेय ने डीबीटी लाइव इन फर्टिलाइजर स्कीम का किया शुभारंभ

चंबा— बदलते परिवेश और जरूरतों के मद्देनजर प्रदेश में कृषि को सूचना तकनीक के साथ जोड़ा जाएगा। किसानों को उनके उत्पादों के अच्छे दाम दिलाने की दिशा में भी विभाग प्रयास कर रहा है। ये शब्द कृषि, जनजातीय विकास एवं सूचना तकनीकी मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने गुरुवार को चंबा में डीबीटी गो लाइव इन फर्टिलाइजर योजना के शुभारंभ मौके पर कहे। उन्होंने कहा कि अब यह योजना पूरे प्रदेश में लागू हो गई है। योजना का मकसद प्रदेश के सभी अधिकृत खाद बिक्री केंद्रों पर प्वाइंट ऑफ सेल मशीनों के माध्यम से खाद की बिक्री करना है। आने वाले समय में इसे किसानों को दिए जाने वाले मृदा स्वास्थ्य कार्डों के साथ भी जोड़ा जाएगा। इससे किसान द्वारा अपने खेतों में उपयोग की जाने वाली खादों का डाटा भी विभाग को मिल पाएगा। यह योजना खाद की कालाबाजारी को रोकने में भी कारगर साबित होगी। अब प्रदेश में पहली फरवरी से खादों पर प्रत्यक्ष लाभ अंतरण शुरू हो जाएगा। इसके तहत खादों की आपूर्ति परचून केंद्रों, सहकारी सभाओं और डिपो होल्डर द्वारा पास मशीन में आधार कार्ड और अन्य मानक पहचान पत्र द्वारा बायोमीट्रिक सत्यापन के जरिए सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेश की सभी सब्जी मंडियों को ई-नाम के साथ जोड़ा जाएगा। कृषि विभाग जल्द ही एक मोबाइल ऐप लांच करने जा रहा है। इस मोबाइल ऐप के जरिए प्रदेश के किसान अपनी बात विभाग तक पहुंचा सकते हैं। जिन नदी-नालों का पानी व्यर्थ जा रहा है और मानवीय उपयोग नहीं किया जा रहा है, उस पानी को सिंचाई की योजनाओं के साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि चंबा में भी इस तरह की संभावनाएं तलाश कर उनके लिए कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंने कृषि विभाग को भी निर्देश दिए कि जिले में जो सिंचाई की कूहलें बंद पड़ी हैं, उनकी मरम्मत और सुधार को लेकर जल्द प्राक्कलन तैयार किए जाएं। इस मौके पर विधायक पवन नैय्यर और जियालाल के अलावा जिला भाजपा अध्यक्ष डीएस ठाकुर, उपायुक्त हरिकेश मीणा, अतिरिक्त निदेशक कृषि आरके कौंडल, नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के राज्य प्रबंधक सुशील कुमार, अधीक्षण अभियंता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य आरके वर्मा, कृषि उपनिदेशक धर्म चंद व पांगी पंचायत समिति अध्यक्ष योगराज शर्मा आदि मौजूद रहे।