बजट सत्र को माननीयों ने अब तक भेजे 75 सवाल

10 दिन शेष, इस बार हंगामेदार होगा सेशन

शिमला – हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। सत्र के लिए 10 दिन शेष बचे हैं। अभी तक सत्तापक्ष व विपक्ष के विधायकों द्वारा मात्र 75 सवाल ही प्रश्नकाल के लिए भेजे गए हैं। गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने सचिवालय व परिसर में सत्र के लिए की जाने वाली तैयारियों का जायजा लिया व अधिकारियों के साथ बैठक की। जयराम सरकार का यह पहला बजट सत्र है, जो हंगामी होगा, इसमें दोराय नहीं। दोनों तरफ से युवा नेता जहां विधानसभा चुनाव जीत कर सदन में आ रहे हैं, वहीं अनुभवी नेता भी पेश किए जाने वाले बजट को कसौटी पर परखेंगे। जाहिर तौर पर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच इस दौरान तीखे हमले हो सकते हैं। क्योंकि जिस तरह से मौजूदा सरकार ने कई मामलों में कार्रवाई शुरू की है, वह देखने काबिल है। सत्र के दौरान टीसीपी, स्वास्थ्य, वन, राजस्व, आबकारी, साहसिक पर्यटन, खेल व उद्योग पर आधारित कुछ विधेयक व संशोधित विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं। छह मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नौ मार्च को बजट पेश करेंगे, जबकि 17 से 25 मार्च तक अवकाश रहेगा। कुल 17 बैठकों से युक्त इस बजट सत्र के दौरान कई अहम मसलों पर चर्चा होगी, वहीं कई और अहम विधेयक पेश व पारित भी किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री छह मार्च को परिपूरक बजट पेश करेंगे। यह 2017-18 पर आधारित होगा। वित्त वर्ष 2018-19 का बजट नौ मार्च को पेश करने के बाद इस पर चर्चा होगी, जिसके बाद इसे पारित किया जाएगा। इस बार की 17 बैठकों के दौरान दो दिन प्राइवेट मेंबर-डे के लिए निर्धारित किए गए हैं। बजट सत्र छह मार्च से पांच अप्रैल तक चलेगा। बहरहाल, नई सरकार का यह पहला बजट सत्र होगा, जिसमें नए विधायकों की भी अग्निपरीक्षा होगी। चाहे वे सत्तापक्ष से हों या फिर विपक्ष से।

सदन में कड़ा होगा आमना-सामना

बजट सत्र से पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेश योजना बोर्ड की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे लोकहित की ऐसी 15 योजनाएं बजट में लेकर आएं, जिससे विकास के साथ-साथ जनहित सुनिश्चित हों। जाहिर तौर पर मुख्यमंत्री की ऐसी सभी तैयारियां 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए रणनीतिक भी हैं और विपक्ष के लिए चुनौती भी। लिहाजा आमना-सामना भी सदन में कड़ा ही होगा।