बारिश से सड़कें दलदल

बीबीएन— अरसे बाद हुई बारिश से औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन की सड़कें बदहाल हो गई हैं, हालात यह है कि बारिश के बाद जहां सड़के  गड्ढों में तबदील हो गई  हैं वहीं इन खस्ताहाल सड़कों में पैदल चलना तो दूर वाहन तक चलाना दूभर हो गया है। मसलन बारिश से एक तरफ किसानों को राहत मिली है, दूसरी तरफ कीचड़ से सनी सड़कें मुसीबत का सबब बन गई हैं। औद्योगिक कस्बे नालागढ़ के सबसे अहम सड़क मार्ग  नालागढ़-स्वारघाट एनएच पर भी जगह जगह पड़े गड्ढे व टूटी सड़के क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का सबब तो बनी ही हुई हैं लेकिन बारिश के बाद इस सड़क मार्ग पर चलना मुसीबत मोल लेने जैसा है। दरअसल कुछआ चाल से चल रहे सड़क निर्माण कार्य की वजह से सड़क बनने से पहले उखड़नी शुरू हो चुकी है, झीड़ीवाला में तो पुल के सरिए तक बाहर निकल आए हैं जो हादसे को न्योता दे रहे है। नालागढ़ के जनप्रतिनिधि व उद्यमी इस सड़क की बदहाली को लेकर कई बार आवाज बुलंद कर चुके हैं लेकिन इसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो पाया है। ऐसा ही हाल बद्दी के सबसे व्यस्तम सड़क साई मार्ग का है, सोमवार को हुई बारिश के बाद पूरी सड़क कीचड़ से सन गई ,साईं रोड़ पर पैदल चलना तो दूर वाहन लेकर गुजरना भी मुश्किल हो गया।  बडे़-बड़े गड्ढों में पानी भर जाने के कारण मानों सड़क का नामोनिशान ही मिट गया हो। पानी के भरे गड्ढों में जहां वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं वहीं पैदल राहगीरों के लिए पैदल चलना मुसीबत बन गया है। बद्दी साई मार्ग के अलावा, बद्दी बरोटीवाला रोड, बरोटीवाला हरिपुर रोड, किशनपुरा रोड, मानपुरा रोड, बागबाणिया रोड, नालागढ़ के अधिकतर संपर्क मार्ग, नालागढ़ रामशहर रोड, बद्दी नालागढ़ नेशनल हाई-वे की हालत रास्ता है। बीबीएनआइए के अध्यक्ष शैलेष अग्रवाल, एलयूवी संजय बतरा, एचडीएमए के अध्यक्ष राजेश गुप्ता, गत्ता उद्योग संघ के अध्यक्ष हेमराज चौधरी, एलयूवी नालागढ़ के अध्यक्ष हरबंस पटियाल, स्टील विंग के संजीव शर्मा का कहना है कि सरकार को जल्द बीबीएन की सड़कों की सुध लेनी होगी। लोनिवि के अधिशाषी अभियंता संजीव अग्निहोत्री लोनिवि के अधीन बीबीएन की सभी सड़कों के पैच वर्क के टेंडर हो चुके हैं। जबकि एनुअल मेंटेनेस प्रोग्राम के तहत बद्दी साई रोड, बद्दी बरोटीवाला रोड़, मानपुरा रोड, रामशहर रोड समेत अन्य सड़कों की री-टायरिंग की जाएगी, जिसके टेंडर हो चुके हैं।

नालागढ़-स्वारघाट एनएच की हालत खस्ता

औद्योगिक कस्बे नालागढ़ की लाइफ लाइन कहे जाने वाले नालागढ़-स्वारघाट एनएच की बदहाली व कछुआ चाल से चल रहे निर्माण कार्य ने जनता का जीना मुहाल कर दिया है, हालात यह हैं कि इस सड़क मार्ग के रास्ते में करोड़ों का निवेश कर उद्योग स्थापित करने वाले उद्यमी भी कारोबार के चौपट होने की आशंका से घबराए हुए हैं।

्रबीबीएन की सड़कें जजर्र

सबसे ज्यादा राजस्व बीबीएन से जुटाने के बावजूद प्रदेश सरकार सड़कों के रखरखाव पर ध्यान नहीं दे रही। किसी भी औद्योगिक क्षेत्र के विकास में सड़कें अहम भूमिका निभाती हैं। अगर क्षेत्र की जीवन रेखाएं ही जर्जर हालत में होंगी तो औद्योगिक विकास संभव नहीं है।

उद्यमियों ने जताया रोष

नालागढ़ उद्योग संघ के महासचिव अनिल शर्मा ने बताया कि हाई-वे का नालागढ़ से पंजैहरा तक के मार्ग की हालत खस्ता है, अब तो सड़क की जगह गडढ़े ही नजर आ रहे है। बीते एक दशक से सड़क बनने की राह ताक रहे उद्यमियों को अभी तक सड़क जैसी मूलभूत सुविधा नसीब नही हो सकी है। अब सोमवार को हुई भारी बारिश के बाद इस सड़क मार्ग पर वाहन चलाना और दूभर हो गया है, बदहाली का आलम यह है कि झीड़ीवाला में पुल के सरिए तक बाहर निकल आए हैं जो किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहे हैं। एनआईए ने एनएच के अधिकारियों व प्रशासन के सुस्त रवैये पर रोष जताते हुए कहा कि सड़क की खस्ताहालत को दुरुस्त करने के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं किया जा रहा । उन्होंने कहा कि इस मसले को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र भेजकर इस बाबत ध्यान  आकर्षित किया है और जल्द से जल्द जनहित व उद्योग हित में सड़क मार्ग के निर्माण कार्य को पुरा करने की गुहार लगाई है।