मंडी में नकली करंसी छापने वाला गिरोह धरा

नेरचौक— नोटबंदी भले ही फेक करंसी और कालेधन पर लगाम लगाने के लिए की गई हो, लेकिन आज भी जाली करंसी छापने का धंधा जोरों पर है। ऐसे ही नकली नोट छापने के मामले में बल्ह पुलिस ने तीन लोगों को धरा है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह हाईटेक स्कैनर से नकली नोट छाप रहे थे। बल्ह पुलिस ने पूरा मामला तीन दिन के भीतर ही सुलझा दिया है। नकली नोट मामले में सबसे पहले रिवालसर क्षेत्र के निधी सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जो कि आटा सप्लाई का कार्य करता था। उसी की निशान देही पर बल्ह पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पुलिस ने कुल्लू के भाग चंद (49) पुत्र दयालु राम निवासी बस्तोरी व मंडी के गुरदेव सिंह पुत्र इंद्र सिंह (38) निवासी पैलेस कालोनी को जाली नोट बनाने के मामले में गिरफ्तार किया है। गुरदेव को न्यायालय ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है, जबकि निधि सिंह और भाग चंद पहले ही तीन दिन के रिमांड पर चल रहे हैं।  दो अन्य आरोपी गुरदेव सिंह व भाग चंद ने पुलिस को बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने यह काम करना शुरू किया था। थाना बल्ह कार्यकारी प्रभारी कुलदीप चंद ने बताया कि इनसे एक स्कैनर प्राप्त हुआ है, जिसे इन्होंने 14 फरवरी के दिन ही खरीदा था।  आईओ टेक चंद ने बताया कि हो सकता है कि आरोपियों ने और भी नोट छापे हों , लेकिन खबर छपने के बाद  हो सकता है कि आरोपियों ने अपने पास रखे नकली नोटों को ठिकाने लगा दिया होगा। पूरे मामले में पुलिस ने हवलदार टेक चंद की अगवाई में एक टीम बनाई जिसमें सिपाही योगराज, रामजी दास, पीतांबर ने बड़ी ही मुश्तैदी दिखाई और मात्र तीन दिन में सफलता हासिल की।

यह है पूरा मामला

कुछ दिन पहले नेरचौक के बैंक की मशीन में एक व्यक्ति ने 500 के 33 नोट जमा करवाए थे जो कि बैंक जांच पर वह नकली पाए गए थे। एक व्यक्ति निधी चंद को पुलिस ने हिरासत में लिया था। प्रारंभिक जांच में आरोपी ने यह कहकल पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी कि वह व्यापारी है और  क्लेकशन में इसे यह नकली नोट दिए गए होंगे, लेकिन पुलिस ने जांच जारी रखी और पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया।