रामपुर को जिला बनाने की पहल करे सरकार

आनी रामपुर को जिला बनाने की मांग काफी लंबे अरसे से चली आ रही है, मगर कोई भी सरकार इस मुद्दे को अभी तक भुना नहीं पाई है। आनी दलाश रिवाड़ी के समाजसेवी भारद्वाज शर्मा का कहना है कि आनी बाह्य सराज क्षेत्र कहने को तो जिला कुल्लू का भाग है, मगर इस क्षेत्र का यह दुर्भाग्य है कि क्षेत्र सर्दियों  के दिनों में जलोड़ी दर्रे पर बर्फबारी के कारण और बरसात में भू-स्खलन के कारण वर्ष में लगभग छह माह अपने जिला मुख्यालय से कटा रहता है, जिससे यहां के लोगों, विभागीय अधिकारियों,  कर्मचारियों तथा कालेज छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। भारद्वाज शर्मा का कहना है कि जलोड़ी दर्रे की समस्या के समाधान के लिए यूं तो खनाग व घियागी के मध्य सुरंग बनाने की योजना भी प्रस्तावित है, मगर यह सुरंग कब बनकर तैयार होगी, इसका कोई अनुमान नहीं। हालांकि यह सुरंग जहां आनी बाह्य सराज क्षेत्र को जिला मुख्यालय से 12 माह जोड़े रखने में महत्वाकांक्षी साबित होगी। वहीं, यह सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी। रामपुर को यदि जिला बनाया जाए तो आनी बाह्य सराजी क्षेत्र उसमें समायोजित हो सकता है और इससे क्षेत्र की जिला मुख्यालय से दूरी मात्र 55 किमी होगी, जबकि वर्तमान में यह दूरी 105 किमी है।