सड़क के काम की होगी विजिलेंस जांच

 आनी— सामाजिक सुधार और आरटीआई पर कार्य कर रही सचेत संस्था की बैठक आनी में आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष डोला सिंह चौहान ने की। बैठक में बीते दो माह के भीतर संस्था द्वारा विभिन्न विभागों से मांगी गई आरटीआई की उपलब्ध सूचनाओं पर चर्चा की गई। आनी-बशता सड़क मरम्मत कार्य में धांधली की विजिलेंस जांच होगी। इसमें सचेत संस्था द्वारा पीडब्ल्यूडी विभाग की आनी बशता-सड़क की मरम्मत मामले में पीडब्ल्यूडी द्वारा ढिलाई बरतने पर इसकी विजिलेंस जांच करवाए जाने का मन बनाया है। संस्था का कहना है कि आरटीआई में सड़क के ऊपर मरम्मत पर 2014-15 और 2016 में हुए खर्च के मामले पर विभाग द्वारा संस्था द्वारा मांगी गई सूचना की अवधि से पहले की सूचना दे दिए जाने, सड़क की बदहाल स्थिति के बावजूद करोड़ों का खर्च दर्शाने और दी गई सूचना में बताए गए नौ में से तीन डंगों के गायब होने और मरम्मत कार्य में धांधली की आशंका की जांच की मांग पर प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रदेश सरकार के जन शिकायत निवारण के प्रधान सचिव सहित पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त प्रधान सचिव आदि की जांच के आदेशों को पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेंगा दिखाए जाने पर विजिलेंस जांच करवाने आदि के फैसलों पर एक राय बनाई गई। जबकि इस मामले में विभाग द्वारा अंतरिम जांच रिपोर्ट में तीन डंगे गायब होने का जिक्र है, बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। इस पर संस्था के अध्यक्ष डोला सिंह चौहान, प्रबंध निदेशक जितेंद्र गुप्ता सहित सभी सदस्यों का मानना है कि विभाग द्वारा जांच की बार-बार मांग करने और प्रधानमंत्री कार्यालय सहित प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारियों द्वारा एक सप्ताह में जांच के आदेशों के बावजूद इस पूरे मामले को दबाया जाना इस सड़क की मरम्मत में बरते गए किसी बड़े गड़बड़झाले की ओर इशारा कर रहे हैं। इसकी जांच अवश्य होनी चाहिए। वहीं बैठक में सामने आया कि आईपीएच विभाग द्वारा 2011 में कंडम जिप्सी की मरम्मत पर खर्च कर उसे चलाने और सूचनाएं मांगने पर दो साल पहले उसे मंडलीय स्टोर आनी तो अब बिना चलाए ही निरमंड में खड़ी करने की विवादास्पद सूचनाएं विभाग द्वारा दी जाती रहीं। इस पर संस्था ने किसी गड़बड़ी का अंदेशा जताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने का मन बनाया है। इसके अलावा आईपीएच विभाग की पेयजल और सिंचाई योजनाओं के निर्माण में गड़बड़ी सहित वन विभाग, विकास खंड कार्यालय आदि से भी कुछ एक मामलों पर आरटीआई के तहत सूचनाएं मांग कर विकास कार्यों और योजनाओं के निर्माण की समीक्षा की जाएगी। वहीं, सचेत संस्था द्वारा साल में एक बार अपनी स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर को साल में दो बार आयोजित करने को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में संस्था के प्रबंध निदेशक जितेंद्र गुप्ता, कोषाध्यक्ष गुड्डू, ब्रह्मचारी, स्वरूप ठाकुर, दिवेन ठाकुर, लाल सिंह ठाकुर, अनूप शर्मा, चमन शर्मा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।