सीएमओ ने मांगी रपट

 नौहराधार— 108 सेवा न मिलने से शिशु के गर्भ में ही हुई मौत मामले में सीएमओ सिरमौर ने जीवीकेईएमआई कंपनी से रिपोर्ट मांगी है। कंपनी ने भी रिपोर्ट सीएमओ सिरमौर व कंपनी के प्रदेश प्रभारी को भेज दी गई है। रिपोर्ट में कंपनी ने कहा कि मोनिका के पति कुलदीप ने 108 नंबर पर 12 बजकर 12 मिनट पर फोन पर पेट दर्द होने की जानकारी दी थी। 108 की ओर से उन्हें जवाब दिया था कि हरिपुरधार में बर्फबारी के चलते 108 एंबुलेंस उपलब्ध करवाना संभव नहीं है। उसके बाद कुलदीप ने उन्हें बताया कि वह सरकारी अस्पताल में ही अपनी पत्नी की चेकअप करवाएंगे। 108 की ओर से कहा गया कि सरकारी अस्पताल में चेकअप करने के बाद उन्हें एंबुलेंस सुविधा के लिए दोबारा फोन करें। नौहराधार व संगड़ाह से एंबुलेंस उपलब्ध करवा दी जाएगी। कंपनी की ओर से सीएमओ को भेजी रिपोर्ट में कहा गया है कि उसी दिन शाम को किसी अन्य नंबर से फोन करके कुलदीप ने 5 बजकर 28 मिनट पर प्रसव पीड़ा की सूचना दी थी। सूचना के मुताबिक उन्होंने अपनी लोकेशन डिग्री कालेज राजगढ़ के आसपास बताई थी जो कि अस्पताल से मात्र छह किलोमीटर की दूरी पर था। एंबुलेंस पांच बजकर 38 मिनट पर मौके पर पहुंच गई थी, मगर कुलदीप ने मरीज को राजगढ़ हास्पिटल ले जाने से इंकार करते हुए मरीज को सोलन जाने के लिए कहा। कंपनी की ओर से कहा गया कि उन्हें नजदीक के अस्पताल में ही मरीज को पहुंचाने के निर्देश हैं। इसलिए उन्होंने मरीज को सोलन ले जाने से इंकार कर दिया। 108 के कर्मचारियों ने कुलदीप को यह भी बताया कि पहले मरीज को राजगढ़ दिखा लेते हैं। यदि डाक्टर सोलन रैफर करते हैं तो हम मरीज को सोलन ही ले जाएंगे। कंपनी के जिला प्रभारी सिरमौर रजनीश पाल ने बताया कि उन्होंने इस केस की रिपोर्ट सीएमओ सिरमौर व कंपनी के राज्य प्रभारी मेहुल सुकुमारन को भेज दी है। गौरतलब है कि 12 फरवरी को 108 एंबुलेंस सेवा न मिलने के कारण सेल गांव की मोनिका के बच्चे की प्रसव से पहले गर्भ में ही मौत हो गई थी। दिव्य हिमाचल ने इस खबर को 13 फरवरी को प्रमुखता से उठाया था। खबर छपने के बाद कंपनी व स्वास्थ्य विभाग तुरंत हरकत में आ गया और मामले की जांच तेजी से शुरू कर दी।