सुषमा हिमाचल नारी सभा की संयोजक

बिलासपुर — राष्ट्रीय भारतीय महिला फेडरेशन की हिमाचल नारी सभा बिलासपुर इकाई का गठन किया गया। बैठक में सुषमा को संयोजक और कमलेश ठाकुर, सुरेंद्रा, निशा शर्मा को सह संयोजक चुना गया। इसके अलावा बैठक में संयोजक समिति सदस्य मधु ठाकुर, पूजा डोगरा, माला चंदेल, उर्मिला ठाकुर व गोदावरी को चुना गया।  बैठक में राष्ट्रीय भारतीय महिला फेडरेशन की राष्ट्रीय सचिव प्रोफेसर कमलजीत ढिल्लों ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। मिड-डे मील वर्कर्ज की जिलाध्यक्ष कामरेड कमलेश ठाकुर ने मुख्यातिथि को हिमाचली टोपी पहनाकर और महासचिव सुरेंद्र शर्मा ने उन्हें शॉल पहनाकर सम्मानित किया। बैठक में एटक के जिला महासचिव कामरेड प्रवेश चंदेल ने राष्ट्रीय सचिव का स्वागत किया और महिलाओं के प्रति बढ़ती हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मध्यकालीन भारत में भी औरतें को सती बनाना, बलि देना और अन्य कई प्रकार के अत्याचार होते थे, लेकिन आज आजादी के इतने वर्षों के बाद भी औरतों पर हिंसा कम होती नजर नहीं आ रही है। आज भी कुछ लोग जो हर को महिमामंडित करने करते नजर आ रहे हैं, चाहे वह फिल्म के पक्ष में हो या विरोध में। कुल मिलाकर औरतों पर हिंसा दिखाई जाती है। वहीं, प्रो. ढिल्लों ने समाज में शिक्षा, धन संपदा व समान काम समान वेतन के भेदभाव को बड़ा मुद्दा माना है। ढिल्लों ने आरोप लगाया कि जब से मौजूदा सरकार अस्तित्व में आई है, तब से लगातार कभी नोटबंदी, कभी जीएसटी, कभी मंदिर मस्जिद और कभी गोमाता या तिरंगा यात्रा आदि के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लगातार महंगाई बढ़ रही है। केवल बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का नारा देकर ही सब कुछ नहीं होने वाला है। जब तक महिलाओं को पूरे अधिकार नहीं मिलते और संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिलता है, तब तक इन समस्याओं का निदान कर पाना असंभव है। बैठक में विभिन्न समस्याओं और समाज के हिस्सों प्रगतिशील और महिलाओं ने हिस्सा लिया।