स्कूल की जमीन पर बनाई दुकान गिराई

हमीरपुर – शिक्षा विभाग की जमीन पर वर्षों से चल रहे अवैध निर्माण पर प्रशासन का पीला पंजा चला है। नियमों के विरुद्ध निर्मित दो मंजिला दुकान प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में नगर परिषद ने गिरा दी। हमीरपुर में अवैध निर्माण के खिलाफ हुई प्रशासन की इस मुहिम से आम शहरवासी चहक उठे हैं। इससे पहले कई अधिकारियों ने अवैध भवन गिराने का ढोल बजाया था, लेकिन सियासी दबाव तथा रसूखदारों के प्रभाव के आगे यह मुहिम कई बार ठप पड़ चुकी थी। शुक्रवार सुबह 11 बजे के बाद नगर परिषद की टीम दल-बल सहित बाल स्कूल के सामने निर्मित दो मंजिला भवन गिराने पहुंच गई। अगले दो-तीन घंटों में इसे जमींदोज कर दिया गया। हालांकि इसका निर्माण भी नगर परिषद ने ही करवाया था। पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे नगर परिषद अधिकारियों ने तुरंत प्रभाव से दुकान खाली करने के निर्देश जारी कर दिए। शाम करीब तीन बजे जेसीबी से अवैध निर्माण गिरा दिया गया। जिला प्रशासन ने संबंधित दुकानदार को पांच दिन का समय दिया था। निर्धारित समयावधि में भी दुकान खाली न करने पर प्रशासन ने शुक्रवार को इसे गिराया है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार मित्रदेव मोहटल ने तुरंत प्रभाव से दुकान खाली करने को कहा। बेसमेंट से सामान खाली करने के बाद ऊपरी मंजिल में लगे ताले नगर परिषद ने हथौड़े से तुड़वा दिए। बाद में उपायुक्त राकेश प्रजापति, एसडीएम हमीरपुर अरिंद्धम चौधरी, एसपी हमीरपुर रमन कुमार मीणा भी मौके पर पहुंचे। इस बारे में एसडीएम हमीरपुर अरिंद्धम चौधरी ने बताया कि अवैध निर्माण गिराया गया है। शिक्षा विभाग की जमीन पर अवैध निर्माण किया गया था। दुकान गिराए जाने पर दुकानदार कई बार उपायुक्त, एसडीएम व पुलिस अधीक्षक से भी व्यक्ति उलझा। दुकानदार कह रहा था कि उसने कोर्ट से स्टे ले लिया है। हालांकि वह इस संदर्भ में कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाया। इसके बाद अधिकारियों ने दुकान गिराने के आदेश जारी कर दिए। अवैध निर्माण हटाने के लिए करीब छह घंटे चली जदोजहद के बीच सड़क पर कई बार जमघट लग गया। रास्ता बहाल करने के लिए पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए। इसके बाद सड़क पर आवाजाही सामान्य हो पाई।